बीसीसीआई द्वारा जारी एक बयान में मज़ूमदार ने कहा, “यह मेरे लिए एक बड़ी ज़िम्मेदारी है और मैं प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ काम करने के लिए उत्साहित हूं। अगला दो साल बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि दोनों सालों में विश्व कप (वनडे और टी20) होने हैं। कोचिंग और सपोर्ट स्टाफ़ के साथ हम हर पहलूओं पर ध्यान देंगे ताकि हमारे सफल होने का सर्वश्रेष्ठ मौक़ा बना रहे।”
इस बयान में बताया गया है कि तीन सदस्यों वाली एक कमेटी ने मज़ूमदार सहित सभी उम्मीद्वारों का साक्षात्कार किया था और सभी सदस्य मज़ूमदार को ही कोच बनाने के लिए एकमत थे।
भारतीय महिला टीम के कोच का पद दिसंबर 2022 से ही खाली था, जब रमेश पवार ने यह पद छोड़ा था। इसके बाद से ऋषिकेश कानितकर अंतरिम रूप से यह ज़िम्मेदारी संभाल रहे थे। हालांकि जुलाई 2023 के बांग्लादेश दौरे के दौरान पूर्व गेंदबाज़ नूहसिन अल ख़दीर भी इस पद पर आई थीं।
मज़ूमदार के नाम 171 प्रथम श्रेणी मैचों में 30 शतकों के साथ सर्वाधिक 11167 रन है, लेकिन उन्हें कभी भी भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौक़ा नहीं मिला। उनके नाम मुंबई के साथ आठ रणजी ख़िताब है। अपने 21 साल के प्रथम श्रेणी करियर के आख़िरी दिनों में वह असाम और आंध्रा के लिए भी खेले थे।
संन्यास के बाद उन्होंने एनसीए में भारत के एज़ ग्रुप क्रिकेटर्स की कोचिंग की। वह आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के और घरेलू क्रिकेट में मुंबई रणजी टीम के भी कोच थे। साउथ अफ़्रीका पुरूष टीम के 2019 के भारत दौरे के दौरान उन्हें अफ़्रीकी टीम का बल्लेबाज़ी सलाहकार भी बनाया गया था।