सांकेतिक
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फूड डिलीवरी एप स्विगी और जोमैटो रेस्तरां के साथ मिलकर गिरोहबाजी चला रहे हैं। यह सभी एक रणनीति के तहत ग्राहकों को खाना दोगुने भाव पर दे रहे हैं। साथ ही, दोनों एप खाने की कीमत के बाद रेस्तरां से कमीशन भी लेते हैं।
हालांकि, स्विगी और जोमैटो के सूत्रों का दावा है कि खाने की कीमत रेस्तरां ही तय करते हैं। इसमे हमारा कोई दखल नहीं है। हमारा एक मामूली शुल्क होता है और उसके बाद जो भी सरकार का टैक्स होता है, वह रहता है। इस बारे में जब कई रेस्तरां के मेन्यू कार्ड देखे गए तो पता चला कि रेस्तरां से सीधे खाना लेने पर अगर उसकी कीमत 100 रुपये है तो यही खाना स्विगी और जोमैटो पर 209 रुपये या इससे भी अधिक भाव पर मिलता है।
कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि अगर कोई उत्पाद स्विगी या जोमैटो एप पर तो दिखता है, लेकिन वही आइटम आप अगर रेस्तरां से लेने जाएं तो वहां उसे देने से मना कर दिया जाता है। रेस्तरां मालिक कहता है कि आप सीधे स्विगी या जोमैटो से बुक कर लीजिए। इसका मतलब कि यह तीनों पार्टियां एक गठजोड़ बनाकर ग्राहकों से ठग रही हैं। रेस्तरां की तुलना में दोगुना भाव लेने के बाद भी स्विगी और जोमैटो ग्राहकों से डिलीवरी का शुल्क लेते हैं जो रेस्तरां नहीं लेता है।
ऐसे समझ सकते हैं कीमतों का अंतर
उदाहरण के तौर पर अंगीठी रेगुलर थाली की रेस्तरां की कीमत 179 रुपये है लेकिन जोमैटो और स्विगी पर यही थाली 259 रुपये में है। एसएमएस फूड रेस्तरां में दाल मखनी और बटर नॉन 160 रुपये में है जबकि एप पर केवल दाल मखनी की ही कीमत 252 रुपये है। श्याम डेयरी के खाने और एप पर इसके खाने की कीमत में अंतर 25 फीसदी का है।