एल्विश के यू-ट्यूब चैनल पर आरोपी साकिर मकराणी ने देखी थी उसकी लग्जरी कार
बिग बॉस ओटीटी-2 में विजेता बनने के बाद से ही एल्विश पर थी आरोपी की नजर
संजय शिशौदिया
गुरुग्राम। वडनगर के आरटीओ कार्यालय में दलाली करने वाले दसवीं पास साकिर ने रातों-रात करोड़पति बनने के लिए शातिर दिमाग चलाया और यू-ट्यूब इंफ्लुएंसर एल्विश यादव से एक करोड़ की रंगदारी का प्लान तैयार कर लिया। बिग बॉस ओटीटी-2 में विजेता बनने के बाद से ही आरोपी की नजर एल्विश पर थी। यू-ट्यूब चैनल पर इंफ्लुएंसर की एक लग्जरी कार के नंबर को देखकर साकिर ने पहले उनका पर्सनल मोबाइल नंबर हासिल किया और फिर उस पर रंगदारी का मैसेज भेज दिया।
गुरुग्राम पुलिस को शुरुआती पूछताछ में यह बात खुद आरोपी साकिर ने ही बताई। साकिर ने पुलिस को बताया कि वह एल्विश के यू-ट्यूब चैनल को अक्सर देखता था। अपनी ज्यादातर वीडियो में एल्विश अपनी लग्जरी कार को भी दर्शाता था। साकिर आरटीओ में एजेंट के रूप में काम करता था। ऐसे में उसे पता था कि किसी भी कार के नंबर से उसके मालिक का मोबाइल नंबर और पते की जानकारी हासिल की जा सकती है। इसी से उसने यू-ट्यूब पर दिखाई गई एल्विश की एक कार के नंबर से उसका मोबाइल नंबर हासिल कर लिया।
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रंगदारी की धमकी को एक सप्ताह तक एल्विश ने समझा था मजाक
एल्विश यादव ने व्हाट्सएप के माध्यम से मांगी गई एक करोड़ की रंगदारी और धमकी पर शुरू में ज्यादा ध्यान नहीं दिया। पहले उन्होंने यही समझा कि यह सब उनके किसी दोस्त या प्रशंसक द्वारा मजाक किया गया है। यही कारण रहा कि 17 अक्तूबर को रंगदारी और धमकी का मैसेज मिलने के बावजूद उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की। वह खुद अपने स्तर से ही धमकी देने वाले का पता करने का प्रयास करते रहे। बाद में जब मामला बढ़ा तो उन्हाेंने पुलिस से शिकायत की।
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गुजरात से कुछ और गिरफ्तारी संभव
अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि साकिर ने अकेले ही इस वारदात को अंजाम दिया है। हालांकि पुलिस इस मामले में विभिन्न कोण पर जांच कर रही है। यह भी देखा जा रहा है कि इस पूरे प्रकरण में किसी गैंगस्टर की भूमिका तो नहीं है। पुलिस उस दुकानदार को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकती है, जहां से साकिर द्वारा 1400 रुपये में फर्जी पते पर मोबाइल सिम खरीदना बताया गया है। इस प्रकरण में गुजरात पुलिस भी उस आरटीओ कार्यालय के कुछ कर्मचारियों व अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है, जिनके पास साकिर उठता-बैठता था।
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गुजरात पुलिस का मिला पूरा सहयोग
एसीपी क्राइम वरुण दहिया के अनुसार एल्विश यादव से रंगदारी मांगने वाला और उसे धमकी देने वाला गुरुगाम से 843 किलोमीटर दूर बैठा था। ऐसे में गुजरात पुलिस की मदद लेना बहुत ही जरूरी था। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वहां के एसपी से बात की गई और पूरा मामला उनके संज्ञान में लाया गया। गुजरात पुलिस ने गुरुग्राम पुलिस का पूरा सहयोग किया और दोनों टीमों की संयुक्त कार्रवाई में आखिर आरोपी साकिर को दबोच ही लिया गया।
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कौन हैं एल्विश यादव
यू-ट्यूब इंफ्लुएंसर एल्विश यादव का जन्म हरियाणा के गुरुग्राम में हुआ था। उनके यू-ट्यूब चैनल एल्विश यादव के इस समय लगभग 14.5 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। उनके पास एल्विश यादव ब्लॉग्स नाम से एक और यू-ट्यूब चैनल है, जहां उनके लगभग 7.5 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। एल्विश यादव इंस्टाग्राम पर भी सक्रिय हैं। जिस पर उनके 16 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं।