जयपुर23 मिनट पहलेलेखक: संजीव शर्मा
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फाइल फोटो।
प्रदेश में एक ओर जहां फूड सेफ्टी एंड ड्रग कमिश्नरेट की ओर से खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मिलावटियों के केस कोर्ट में दायर ही नहीं हो रहे हैं। इसके चलते बेखौफ होकर खाद्य पदार्थों में मिलावट करना जारी है। बता दें कि अभिहित अधिकारी व सीएमएचओ द्वारा केस दायर नहीं करने के चलते प्रदेश की एडीएम व सीजेएम के यहां पर दायर होने वाले 2000 से ज्यादा केस पेंडिंग हैं। एडीएम के यहां 1608 व सीजेएम के यहां पर 400 मामले दायर होने बाकी हैं। ऐसे में जब मिलावट करने वालों के खिलाफ कोर्ट में केस ही दायर नहीं हो पाए हैं तो कब इनमें सुनवाई होगी, कब फैसला आएगा और कब मिलावट करने वालों को सजा होगी।
फूड सेफ्टी एंड ड्रग कमिश्नर ने दिए सख्त निर्देश