पुणे: आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 के 30वें मैच में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम श्रीलंका को 7 विकेट हरा दिया। अफगानिस्तान की इस जीत के साथ ही सेमीफाइनल की रेस अब रोमांचक हो गई। मैच में अफगानिस्तान ने टॉस जीतने के बाद श्रीलंका को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया था। अफगानी गेंदबाजों के खिलाफ श्रीलंका की टीम सिर्फ 241 रन के स्कोर पर सिमट गई थी। इसके जवाब में अफगानिस्तान ने सिर्फ 45.2 ओवर में लक्ष्य को हासिल कर लिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफगानिस्तान के लिए शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी। टीम का पहला विकेट स्कोरबोर्ड पर बिना किसी रन के गिर गया था। हालांकि इसके बाद के बल्लेबाजों ने संभल कर खेलते हुए महत्वपूर्ण साझेदारी करते हुए टीम को जीत की तरफ धीरे-धीरे आगे बढ़ाया।
अफगानिस्तान की इस जीत में रहमत शाह ने दमदार खेल दिखाया। रहमत शाह ने 74 गेंद में 62 रनों की दमदार पारी खेली। इसके अलावा कप्तान हश्मतुल्लाह ने 58 और अजमतुल्लाल ने 63 गेंद में नाबाद 73 रनों की पारी खेलकर जीत को तय कर दिया। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम की 6 मैचों में ये तीसरी जीत है।
श्रीलंका की बल्लेबाजी रही कमजोर
अफगानिस्तान के खिलाफ इस मुकाबले में श्रीलंका की बल्लेबाजी काफी कमजोर नजर आई। तेज गेंदबाज फजल हक फारूकी की अगुआई में अफगानिस्तान ने श्रीलंका को 241 रन पर ढेर कर दिया। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज फारूकी ने 34 रन देकर तीन विकेट चटकाए। स्पिनर मुजीब उर रहमान (38 रन पर दो विकेट) ने भी दो विकेट चटकाए जिससे श्रीलंका की टीम 49.3 ओवर में सिमट गई।
श्रीलंका के लिए ओपनर बल्लेबाज पाथुम निसांका ने सर्वाधिक 46 रन बनाए। कप्तान कुसाल मेंडिस ने 39 जबकि सदीरा समरविक्रम ने 36 रन की पारी खेली। निचले क्रम में महीश तीक्षणा ने 29 जबकि अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज ने 23 रन की पारी खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरे श्रीलंका के लिए निसांका अच्छी लय में दिखे।
कुसाल परेरा की जगह एकादश में जगह बनाने वाले ओपनर बल्लेबाज दिमुथ करूणारत्ने को हालांकि अफगानिस्तान के गेंदबाजों की सटीक गेंदबाजी के सामने जूझना पड़ा। फारूकी ने अंतत: छठे ओवर में करूणारत्ने को एलबीडबल्यू करके अफगानिस्तान को पहली सफलता दिलाई। मैदानी अंपायर ने उन्हें नॉटआउट दिया था लेकिन डीआरएस लेने पर अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा। करूणारत्ने ने 15 रन बनाए।
निसांका और मेंडिस ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी करके पारी को संवारा। निसांका ने 13वें ओवर में तेज गेंदबाज नवीन उल हक पर शानदार चौका मारा। निसांका हालांकि जब अपने पांचवें अर्धशतक के करीब थे तब तेज गेंदबाज अजमत ओमरजई की गेंद पर विकेटकीपर रहमानुल्लाह गुरबाज को कैच दे बैठे। उन्होंने 60 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे।
अफगनिस्तान के गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखा और रन गति कभी पांच रन प्रति ओवर से अधिक नहीं हुई। मुजीब, अपना 100वां वनडे खेल रहे राशिद खान (50 रन पर एक विकेट) और मोहम्मद नबी की स्पिन तिकड़ी ने श्रीलंका के बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। समरविक्रम और मेंडिस पर रन गति बढ़ाने का दबाव साफ दिखा। कप्तान मेंडिस अंतत: बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में मुजीब की गेंद पर नजीबुल्लाह जादरान को कैच दे बैठे।
मुजीब ने इसके बाद समरविक्रम को पगबाधा करके 30वें ओवर में श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 139 रन किया। चरिथ असलंका (22), धनंजय डिसिल्वा (14) और दुष्मंता चमीरा (01) प्रभावी पारियां खेलने में नाकाम रहे लेकिन मैथ्यूज और तीक्षणा ने आठवें विकेट के लिए 45 रन जोड़कर टीम का स्कोर 250 रन के करीब पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।