मेडिकल कॉलेज परिसर से मरीज ढोने के आरोप में पकड़े गए ऑटो के साथ चालक।
मरीज को बताया रिश्तेदार, लेकिन नाम नहीं बता पाया, पुलिस ने की कार्रवाई
अमर उजाला ब्यूरो
गुलरिहा (गोरखपुर)। एक मरीज को महराजगंज से लेकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे दो ऑटो को पुलिस ने बृहस्पतिवार की देर रात सीज कर दिया। एक ऑटो वाले ने बताया कि वह रिश्तेदार को लेकर आया था, लेकिन नाम नहीं बता पाया, जबकि दूसरे ने बताया कि नीद पूरी करने के लिए उसने ऑटो को खड़ा किया है। पुलिस ने दोनों ऑटो को सीज कर दिया और चालकों को निजी मुचलके पर छोड़ा।
जानकारी के मुताबिक, बृहस्पतिवार की रात मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी के दो सिपाही गश्त पर थे। इसी दौरान उन्हें कैंपस में दो ऑटो चालक मिल गए। एक मरीज को उतार रहा था, जबकि दूसरा पास ही खड़ा था। पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ की। जवाब नहीं दे पाने पर दोनों ऑटो को सीज कर दिया गया।
चौकी इंचार्ज विवेक मिश्रा ने बताया कि प्राइवेट एंबुलेंस वाले अब ऑटो की मदद से मरीजों को बाहर ले जा रहे हैं और फिर सुनसान इलाके से एंबुलेंस से लेकर नर्सिंग होम चले जाते हैं। इस नेटवर्क की जांच शुरू कर दी गई है। ऑटो चालक की पहचान पिपराइच के जंगल छत्रधारी निवासी मनोज निषाद व गुलरिहा इलाके के अरविंद निषाद के रूप में हुई है।
…
अब तक सीज हो चुकी हैं 34 एंबुलेंस
9 मई को मेडिकल कॉलेज गेट पर एंबुलेंस माफिया और पुलिस के बीच हाथापाई हो गई थी। इसके बाद से अब तक पुलिस 32 एंबुलेंस व दो ऑटो सीज कर चुकी है। सात दिन पहले भी पुलिस ने दो एंबुलेंस को सीज किया था। पकड़े जाने पर एंबुलेंस को सीज करने के साथ ही पुलिस चालक से 50 हजार रुपये का जुर्माना भी वसूलती है।