लखनऊ। पीजीआई इलाके के सौभाग्यम चौराहे पर तेज रफ्तार में कार चलाकर स्कूटी उड़ाने वाले इंजीनियर को पुलिस ने बहराइच से दबोच लिया है। हादसे में मृत छात्र उत्कर्ष के पिता नरेंद्र कुमार ने पीजीआई थाने में उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कराया है। हिट एंड रन की इस घटना में घायल उत्कर्ष की बहन नित्या की हालत भी नाजुक बनी हुई है। वहीं, उत्कर्ष की मां गोल्डी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस ने हादसा करने वाली आई-20 कार को ट्रेस कर उसका नंबर हासिल किया। छानबीन में पता चला कि कार बहराइच के रहने वाले एक डाॅक्टर के नाम पर रजिस्टर्ड है जो नोएडा में रहते हैं। पुलिस ने संपर्क किया तो डॉक्टर ने बताया कि हादसे के वक्त कार उनका रिश्तेदार सिविल इंजीनियर प्रवण तिवारी निवासी पिपरीखेड़ा, पीजीआई चला रहा था।
छानबीन में डॉक्टर की लोकेशन नोएडा में ही मिली। जबकि प्रवण की लोकेशन बहराइच मिली। पता चला कि वह बहराइच में रहकर सिविल इंजीनियर का काम करता है। शुक्रवार पीजीआई पुलिस की टीम ने बहराइच से आरोपी प्रवण को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आशियाना इलाके में लावारिस खड़ी हादसा करने वाली कार भी बरामद कर ली।
पूछताछ में आरोपी प्रणव ने बताया कि डॉक्टर के घर में निर्माण कार्य चल रहा है। उनकी कार उसके पास ही थी। 30 अक्तूबर को वह कार से प्रयागराज गया था। बृहस्पतिवार को वहां से लौट रहा था। तभी पीजीआई इलाके में हादसा हो गया। प्रणव का कहना है कि हादसा होने पर उसने कार रोकी थी मगर भीड़ को आते देख वह डर गया। इसके बाद वह आशियाना इलाके में कार खड़ी करके बहराइच भाग गया था।
वृंदावन योजना सेक्टर 10 सी निवासी नरेंद्र कुमार ने पीजीआई थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा कि उनकी पत्नी गोल्डी बृहस्पतिवार को बच्चों को एलपीएस से लेकर घर लौट रही थीं। तभी पीजीआई के सौभाग्यम चौराहे पर तेज रफ्तार कार के चालक ने जान-बूझकर गोल्डी की स्कूटी को टक्कर मारकर उड़ा दिया। हादसे में उनके नौ साल के बेटे उत्कर्ष की मौत हो गई थी। जबकि पत्नी गोल्डी और भतीजी नित्या बुरी तरह घायल हो गई थी।
हादसे में बेटे उत्कर्ष की मौत की खबर घायल गोल्डी को नहीं दी गई थी। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद उत्कर्ष का शव घर लाया गया। इसके बाद एपेक्स ट्राॅमा सेंटर में भर्ती गोल्डी घर पहुंचीं तो बेटे की मौत की खबर सुनते ही बेसुध हो गईं। परिजनों ने किसी तरह उन्हें संभाला। इसके बाद साउथ सिटी इलाके में उत्कर्ष का अंतिम संस्कार कर दिया गया। हादसे में घायल नित्या की हालत गंभीर बनी हुई है। एपेक्स ट्राॅमा सेंटर में उसका इलाज चल रहा है।