Car Test Drive AccidentImage Credit source: Freepik
दिवाली के बस कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं. नई कार खरीदने का ये बेहतरीन समय है. फेस्टिव सीजन में कार कंपनियां भारी डिस्काउंट ऑफर करती हैं. इस तरह मोटी बचत भी हो जाती है. कार खरीदने का प्लान बना लिया है तो टेस्ट ड्राइव करना भी जरूरी हो जाता है. टेस्ट ड्राइव से कार के इंजन की परफॉर्मेंस का पता चलता है. इसके अलावा आप जान पाते हैं कि ये कार आपके लिए परफेक्ट रहेगी या नहीं. लेकिन अचानक टेस्ट ड्राइव के दौरान एक्सीडेंट हो जाए तो नुकसान की भरपाई कौन करेगा?
टेस्ट ड्राइव के समय एक्सीडेंट होने पर कार को ज्यादा नुकसान पहुंचता है तो इसका खामियाजा किसे भुगतना पड़ेगा? ऐसे में सवाल उठता है कि आपको नुकसान की भरपाई करनी होगी या फिर डीलरशिप ही कार डैमेज के पैसे भरेगी. इससे पहले आपको ये पता होना चाहिए कि कौन सी कार की टेस्ट ड्राइव करनी चाहिए.
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टेस्ट ड्राइव कार का इंश्योरेंस चेक करें
भारत की सड़कों पर चलने वाली हर कार के लिए इंश्योरेंस का होना जरूरी है. टेस्ट ड्राइव में इस्तेमाल होने वाली कारों का भी इंश्योरेंस होता है. अब ये थर्ड पार्टी है या कॉम्प्रिहेंसिव, यह आपको चेक करना चाहिए. इसके अलावा कार डीलर से पहले ही पूछ लेना बेहतर है कि टेस्ट ड्राइव के दौरान एक्सीडेंट होने पर नुकसान की अदायगी कौन और कैसे करेगा.
टेस्ट ड्राइव का फॉर्म चेक करें
अगर बिना इंश्योरेंस के कार चलाते पकड़े गए तो जुर्माना भी लग सकता है. आमतौर पर, डीलर एक ऐसी पॉलिसी खरीदते हैं जो इंश्योर्ड कार को हुए नुकसान और कस्टमर या कर्मचारी द्वारा कार चलाते समय हुए नुकसान की भरपाई करती है. इसलिए जब भी आप कार चलाने जाएं तो पहले इंश्योरेंस जरूर चेक कर लें.
कार की टेस्ट ड्राइव के लिए आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस (DL) होना जरूरी है. टेस्ट ड्राइव से पहले कार डीलर एक अंडरटेकिंग फॉर्म पर साइन करवाता है, जिसमें नुकसान और उसकी भरपाई संबंधी शर्तें होती हैं. साइन करने से पहले इस फॉर्म को अच्छी तरह पढ़ लेना चाहिए.
कितना हर्जाना देना होगा?
टेस्ट ड्राइव के दौरान हुए एक्सीडेंट के हर्जाने के तौर पर आपको पैसे भरने पड़ सकते हैं. अगर एक्सीडेंट आपकी गलती की वजह से हुआ है तो कार डैमेज की पेमेंट आपको करनी पड़ सकती है. हर्जाने की रकम इस बात पर निर्भर करेगी कि कार को कितना नुकसान पहुंचा है.
इस साल के एक वाकये पर नजर दौड़ाएं तो मेरठ में मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा की टेस्ट ड्राइव एक शख्स को बहुत भारी पड़ गई. तेज स्पीड में कार दौड़ाने और सेफ्टी फीचर्स पर निर्भर रहने की वजह से उसकी टक्कर पिकअप ट्रक से हो गई.
कार डीलरशिप ने कस्टमर की गलती मानते हुए उसे 1.40 लाख रुपये का बिल थमा दिया. दरअसल, एक्सीडेंट में मारुति SUV को भारी नुकसान पहुंचा, जिसका भुगतान कस्टमर ने किया. अगर छोटी-मोटा डैमेज होता तो शायद डीलरशिप कस्टमर से पैसा नहीं वसूलती.
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