Copyright: Getty Images
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम
में खेले गए विश्व कप के पहले सेमीफ़ाइनल में भारत ने न्यूज़ीलैंड को 70 रनों से हरा दिया.
लेकिन इस मुक़ाबले के
शुरू होते ही सोशल मीडिया पर वानखेड़े की पिच को लेकर एक विवाद खड़ा हो गया.
ब्रितानी अख़बार ‘डेली मेल’ ने
दावा किया कि पिच को लेकर आईसीसी ने भारतीय टीम मैनेजमेंट का अनुरोध मानते हुए उसे
बदल दिया और नई पिच की बजाय पुरानी पिच पर मैच कराया गया.
हालांकि मैच के बाद
हुए प्रेस कॉन्फ्रेन्स के दौरान न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने इस विवाद को
यह कहकर ख़त्म कर दिया कि मैच ज़रूर पुरानी पिच पर हुआ, लेकिन वो अच्छी पिच थी.
Copyright: Reuters
क्या कहा विलियम्सन ने?
यह सही है कि ये इस्तेमाल किया हुआ विकेट था, लेकिन मैंने पाया कि इसकी सतह बहुत अच्छी थी.
मैच के पहले हाफ में उन्हें इसका पूरा फायदा मिला. पूरी प्रतियोगिता में हमने देखा कि लाइट में परिस्थितियां बदल जाती हैं.
उन्होंने वास्तव में काफी अच्छा खेल खेला. इस टूर्नामेंट में यहां तक पहुंचना और आगे न जाना निराशाजनक है. लेकिन जब हम पिछले सात सप्ताह की यात्रा पर नज़र डालें, तो पाएंगे कि हम एक बेहतर टीम से हारे.
भारत दुनिया की सबसे अच्छी टीम है और वे अभी अपना सबसे बढ़िया क्रिकेट खेल रहे हैं. ऐसे में उनसे जीतना कठिन है. इस पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने जैसा खेल दिखाया है, वो अविश्वसनीय है.
इसमें कोई शक नहीं कि वे फाइनल में पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे.
क्या है विवाद?
दावे के अनुसार, “भारत और न्यूज़ीलैंड के ‘सेमीफ़ाइनल मैच में पहले पिच नंबर सात इस्तेमाल की जानी थी, जो बिल्कुल नई पिच है. लेकिन, मंगलवार को एक व्हाट्सऐप ग्रुप में बीसीसीआई और आईसीसी के 50 से ज़्यादा अधिकारियों को एक मैसेज भेजा गया.”
“इसमें पुष्टि की गई कि पहला सेमीफ़ाइनल मैच पिच नंबर छह पर होगा. यहां इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ़्रीका और भारत बनाम श्रीलंका मैच हुआ था.”
Copyright: ANI
गावस्कर ने विवाद को बताया बेमतलब
गावस्कर ने ‘इंडिया टुडे’ से कहा, “ये पिच सभी टीमों के लिए है. ऐसे में मुझे नहीं लगता कि इस पर बहुत बहस होनी चाहिए. मेरे विचार में ये भारतीय टीम किसी भी पिच के मुताबिक ढल सकती है. अब तक के टूर्नामेंट में ऐसा देखा भी गया है. अगर पिच सूखी हुई है तो इसकी वजह ये है कि बारिश का मौसम बीत चुका है और नमी ख़त्म हो गई है.”
गावस्कर ने कहा, “मुझे लगता है कि ये आम बात है. मैच से पहले आपके पास जब कुछ लिखने को नहीं है तो आप कुछ कहने की कोशिश करते हो, क्योंकि आपको अपना कॉलम भरना है.”
उन्होंने कहा, “मेरे लिए ये बेमतलब है. अगर आप टॉस के बाद पिच बदलते हैं तो बहस होनी चाहिए.”