टनल में फंसे श्रमिकों को पाइप के माध्यम से ड्राइ फूड जैसे बिस्किट, काजू, किशमिश, मुढ़ी, पानी का बोतल आदि भेजा जा रहा है. साथ ही पाइप के माध्यम से ही ऑक्सीजन भी दिया जा रहा है. प्रदीप लकड़ा ने बताया कि पत्थर आ जाने के कारण मलबे की निकासी में कठिनाई हो रही है. पाइपों को जोड़ कर श्रमिकों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है . उन्होंने बताया कि दो दिनों में श्रमिक बाहर आ सकते हैं. इधर रांची में राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष द्वारा सभी श्रमिकों के परिजनों से संपर्क कर लिया गया है व उन्हें हालात से अवगत कराया गया है.