जौनपुर। सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत चार लाख 60 हजार बच्चों को मिड-डे मील की तर्ज पर पका-पकाया भोजन दिया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत प्राथमिक विद्यालयों में बनने वाले मिड डे-मील के किचन में ही स्कूल की रसोइया आंगनबाड़ी के बच्चों का भी खाना बनाएंगी। इसके लिए प्रति बच्चा उन्हें अलग से पैसा दिया जाएगा। जहां पर आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालय में नहीं चल रहे है। वहां सबसे नजदीकी स्कूल से खाना बनाकर आएगा। इसकी तैयारी बाल विकास विभाग की ओर से पूरी कर ली गई है।
जिले में पांच हजार 321 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इसमें करीब चार लाख 60 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। इन बच्चों को अब हॉट कुक्ड फूड योजना के तहत पका पकाया गर्म भोजन मिलेगा। जहां पर आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालय में नहीं चल रहे हैं। वहां सबसे नजदीकी स्कूल से खाना बनाकर आएगा। स्कूल का निर्धारण जिला कार्यक्रम अधिकारी करेंगे। प्राथमिक विद्यालय में तैयार भोजन को आंगनबाड़ी केंद्र तक ले जाने का कार्य सहायिका का होगा। अनुपूरक पोषण के लिए आठ रुपये प्रति लाभार्थी प्रतिदिन अनुमन्य है। इनमें से 3.50 रुपये प्रति लाभार्थी सुबह में स्नैक्स पर व शेष 4.50 रुपये हाट कुक्ड मील योजना पर खर्च किया जाएगा। इस योजना के शुरू होने से केंद्र में बच्चों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी। भोजन मिलने से शिक्षा के साथ बच्चों का संपूर्ण विकास होगा।
यह अफसर करेंगे व्यवस्था की पड़ताल :-
जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, क्षेत्रीय मुख्य सेविका निर्धारित मानक के अनुरूप आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्था की पड़ताल करेंगे। हॉट कुक्ड मील योजना के संचालन का विशेष रूप से भौतिक सत्यापन किया जाएगा। प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालय के रसोइया की ओर से भोजन तैयार करते समय उसकी स्वच्छता व पौष्टिकता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। ग्राम प्रधान पंचायत सदस्य, मातृ समिति की अध्यक्ष या सदस्य या ग्राम सभा के अन्य कोई गणमान्य व्यक्ति भोजन वितरण के समय उपस्थित रहेंगे। इसमें डीएम की ओर से एक नामित सदस्य भी रहेगा।
शासन ने आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को भी हाट कुक्ड योजना के तहत पका पकाया भोजन देने का निर्णय लिया गया है। इसकी तैयारी कर ली गई है। प्रथम चरण में प्राथमिक विद्यालयों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को पका पकाया भोजन मुहैया कराया जाएगा। इसके बाद एक किमी के दायरे में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में यह व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। -साई तेजा सीलम, मुख्य विकास अधिकारी।