शीशा खोलकर कार चलाने वाले सावधान! हो रहा ये बड़ा नुकसान, लॉन्ग टर्म में होगा अहसास


Driving With Open Windows: शीशा खोलकर कार चलाने से कार की फ्यूल एफिशिएंसी और परफॉर्मेंस, दोनों पर खराब प्रभाव पड़ता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि खुले शीशे कार के एयरोडायनेमिक्स को बिगाड़ देते हैं. कार का एयरोडायनेमिक्स उसके साइज, सरफेस और ओवरऑल एक्सटीरियर पर निर्भर करता है. जब कार चलती है, तो वह हवा की चीरते हुए आगे बढ़ती है. ऐसे में हवा कार के चारों ओर से बहती है. लेकिन, जब आप कार का शीशा खोलते हैं, तो हवा कार के अंदर भी आने लगती है. इसे हवा का फ्लो बाधित होता है. 

इससे कार को आगे बढ़ने के लिए ज्यादा फोर्स की जरूरत होती है क्योंकि केबिन में अंदर पहुंचने वाली हवा उसे अपनी पीछे धकेल रही होती है. इस स्थिति में कार को आगे बढ़ाने के लिए इंजन में ज्यादा फ्यूल बर्न होता है और माइलेज घट जाता है. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, शीशे खोलकर कार चलाने से फ्यूल एफिशिएंसी 10% तक की कम हो सकती है. इससे कार के प्रदर्शन पर भी खराब असर पड़ता है. इसके अलावा, केबिन में शोर भी ज्यादा होता है.

कार चलाते समय शीशे बंद रखना हमेशा बेहतर होता है. हालांकि, कुछ लोगों को लगता है कि वह कार के शीशे खोलकर एसी बंद कर देंगे, तो उन्हें ज्यादा माइलेज मिलेगा. लेकिन, असल में ऐसा नहीं होता है. अगर आप कार के शीशे बिना खोले एसी बंद करेंगे तब ही माइलेज बढ़ेगा. अगर आप एसी बंद करके कार के शीशे खोल देंगे तो माइलेज बढ़ने की बजाय घट सकता है. 

तुरंत आपको शायद इसका अहसास ना हो लेकिन लंबे समय तक कार को शीशे खोलकर चलाएंगे तो आपको अहसास होगा कि कार का माइलेज घट गया है, जिसका कारण वही होगा, जो हमने ऊपर बताया है.


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