जादू भारत की प्राचीन कला, मनोरंजन के साथ मिलेगा जनसंदेश : सम्राट शंकर


सिरसाएक महीने पहले

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सिरसा | जादू भारत की प्राचीन कला है, जोकि 64 कलाओं में से एक है। जादुई शो का उद्देश्य लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्ïदों के प्रति जागरुक कर जनसंदेश देना है। इसी कड़ी में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के सीडीएलयू में 3 से 6 अगस्त तक जादुई शो आयोजित किए जाएंगे। जादुई शो का उद्घाटन डीसी पार्थ गुप्ता करेंगे। आमजन के लिए जादू शो में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा। रोजाना दोपहर 1 बजे व सायं 6 बजे दो शो होंगे। जादूगर सम्राट शंकर ने लघु सचिवालय स्थित प्रेसवार्ता के दौरान दी।

उन्होंने कहा कि जादू कोई चमत्कार नहीं है, बल्कि यह एक कला है। वे लगभग 5 दशकों से जादू की कला का प्रचार-प्रसार करने के साथ-साथ लोगों को अंधविश्वास से दूर रहने का संदेश दे रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को देश की प्राचीन जादू की कला से रूबरू करवाने तथा इस कला को जीवित रखने के लिए प्रदेश सरकार के साथ मिलकर प्रत्येक जिला में जादू के शो आयोजित किये जा रहे है। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के तहत सूचना, जनसम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से इन जादू के शो का आयोजन करवाया जा रहा है।

जादूगर सम्राट शंकर ने कहा कि सिरसा में 3 से 6 अगस्त तक सीडीएलयू के ऑडिटोरियम हाल में प्रतिदिन दोपहर बाद 1 से 3 बजे तथा सायं 6 से 8 बजे तक जादू के शो आयोजित किये जाएंगे। इन शो में आम जनता का प्रवेश निशुल्क रहेगा। उपायुक्त पार्थ गुप्ता 3 अगस्त को दोपहर 1 बजे जादू के शो का शुभारंभ करेंगे।


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