वृंदावन (मथुरा)। मथुरा-वृंदावन ब्रॉडगेज परियोजना के विरोध में रविवार को विपक्षा दलों ने वृंदावन जंक्शन से सांकेतिक पदयात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद मथुरा रेलवे जंक्शन के निदेशक को ज्ञापन सौंपकर मथुरा-वृंदावनवासियों के हित को देखते हुए परियोजना में बदलाव की मांग की। साथ ही ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
रालोद नेता कुंवर नरेंद्र सिंह, ताराचंद गोस्वामी, कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, सोहन सिंह सिसौदिया और नूतन बिहारी पारीक के नेतृत्व में लोग वृंदावन रेलवे जंक्शन से रवाना हुए। इससे पहले बताया कि ब्रॉडगेज परियोजना से मथुरा और वृंदावन के लोगों को बड़ी परेशानी होगी। इस परियोजना से मथुरा दो भागों में बंट जाएगा। जलभराव और यातायात की समस्या होगी।
समाधान यही है कि ऊपर ट्रैक बने और नीचे सड़क। पदयात्रा के बाद बसपा नेता व पूर्व मंत्री श्यामसुंदर शर्मा, पूर्व विधायक प्रदीप माथुर एवं कुंवर नरेंद्र सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता मथुरा जंक्शन पहुंचे और रेलवे जंक्शन के निदेशक को ज्ञापन सौंपा।
वृंदावन रेल संघर्ष मोर्चा का गठन, होगा वृहद आंदोलन
स्थानीय लोगों ने किशोरपुरा स्थित गौतम निवास पर बैठक कर वृंदावन रेल संघर्ष मोर्चे का गठन किया। श्यामसुंदर गौतम को संरक्षक एवं संजीव सिंह को अध्यक्ष बनाया गया। गौतम ने रेल प्रशासन से मांग की है कि मथुरा से लेकर वृंदावन तक 200 फुट चौड़ी रेलवे की जमीन है, इसे कब्जा मुक्त कराई जाए।
अध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि वृंदावन रेल संघर्ष मोर्चे की 11 सदस्यीय वर्किंग कमेटी का गठन किया गया है, जो कि वृंदावनवासियों को जागरूक करेगी साथ ही रेल मंत्रालय से शीघ्र ही परियोजना का कार्य शुरु करने की मांग करेगी। सुनील गौतम ने कहा कि मोर्चा जल्द ही सांसद हेमामालिनी से मिलकर अपनी बात रखेगा और वृहद आंदोलन की तैयारी भी करेगा।