यहां हम आपको 5 इंडियन सुपरफूड्स के बारे में बता रहे हैं जिसकी मदद से थायराइड की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
थायराइड की समस्या महिलाओं में आम है। एक समय महिलाओं को होने वाले इस रोग की गिरफ्त में अब किशोरावस्था की बच्चियां भी आने लगी हैं। चिंता की बात ये है कि थायराइड आपकी पूरी सेहत पर असर डालता है। माना जाता है कि थायराइड की दवाएं आपको जिंदगीभर लेनी होती हैं, हालांकि आयुर्वेद में कुछ ऐसे सुपरफूड बताए गए हैं, जिनके नियमित सेवन से आप थायराइड कंट्रोल कर सकती हैं। खास बात ये है कि इससे सभी प्रकार के थायराइड यानी हाइपो, हाइपर और ऑटो इम्यून को ठीक करने में मदद मिलती है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही सुपरफूड के बारे में…
ये सुपरफूड थायराइड को देंगे आराम!
1. धनिये के बीज
थायराइड से पीड़ित लोगों के लिए धनिये के बीज कमाल के हैं। धनिये के बीज विटामिन ए, सी, के और फोलेट से भरपूर होते हैं। ये थायराइड फ़ंक्शन में सुधार करते हैं, सूजन को कम करते हैं, साथ ही आपके लीवर में टी-4 से टी-3 के रूपांतरण में सुधार करते हैं। इसके लिए आप रात में एक चम्मच धनिये के बीजों को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करें।
2. आंवला
आंवले को सेहत के लिए अमृत माना जाता है। यही कारण है कि आंवला थायराइड कंट्रोल में भी मददगार है। आंवले में संतरे से आठ गुना और अनार से करीब 17 गुना अधिक विटामिन सी पाया जाता है। इससे शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ती है। आंवला टी-3 और टी-4 सांद्रता को कम करता है, जिससे हाइपर थायराइड ठीक होने में मदद मिलती है। थायराइड से परेशान लोगों को आंवले को अपनी डेली डाइट में शामिल करना चाहिए। यह थायराइड ग्लैंड की सेहत में सुधार करता है। आप आंवला जूस, पाउडर या फिर चटनी; सब्जी के रूप में भी खा सकते हैं।
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3. नारियल
थायराइड के मरीजों के लिए नारियल का सेवन बहुत ही लाभकारी है। फिर चाहे आप इसे कच्चा खाएं, इसके पानी का सेवन करें या फिर नारियल के तेल का सेवन करें, ये आपकी सेहत में सुधार लाएगा। यह आपका मेटाबॉलिज्म सुधारता है। इसमें मौजूद मीडियम चेन फैटी एसिड और मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड्स आपके पाचन तंत्र को मजबूत करता है। जिसका सीधा असर थायराइड पर पड़ता है। ऐसे में थायराइड पीड़ितों को रोज नारियल का सेवन करना चाहिए।
4. मोरिंगा
मोरिंगा थायराइड मरीजों के लिए मैजिक का काम करता है। इसमें प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन सी और विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होता है। यह न सिर्फ थायराइड हार्मोन को संतुलित करता है, बल्कि इसके स्तर को भी कम करने का काम करता है। दरअसल, मोरिंगा शरीर के लेवोथायरोक्सिन को अवशोषित करने की मात्रा को कम करने में मदद करता है, जिससे लेवोथायरोक्सिन का प्रभाव कम हो सकता है। वहीं मोरिंगा की पत्तियों में थायोसाइनेट के साथ पॉलीफेनोल्स होता है, जो एंटी थायराइड का काम करता है।
5. कद्दू के बीज
कद्दू के बीज सेहत के लिए सुपर फूड है। इनमें भरपूर मात्रा में जिंक होता है, जो शरीर में अन्य विटामिन और खनिजों पदार्थों को अवशोषित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी के साथ यह शरीर में थायराइड हार्मोन के संश्लेषण और संतुलन को भी बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में थायराइड से परेशान लोगों को एक चम्मच कद्दू के बीज का नियमित सेवन करना चाहिए।