Karnal News: एएसआई की हत्या से पहले पुलिस कर्मियों के साथ कार में घूम रहा था आरोपी


– आरोपी के साथ घूमने वाले पुलिस कर्मियों से भी होगी पूछताछ, मोबाइल खोलेगा राज

– आरोपी दीपक के घर और पानीपत तहसील कैंप से वारदात में प्रयुक्त स्कॉर्पियों, पिस्टल, दो मैगजीन व 16 कारतूस बरामद

संजू कुमार

करनाल। पानीपत के सेक्टर 13-17 थाने में तैनात एएसआई ऋषिपाल की हत्या के आरोपी दीपक उर्फ नीटू को पुलिस ने मंगलवार को न्यायालय में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया है। आरोपी दीपक की निशानदेही पर पुलिस ने उसके मकान और पानीपत तहसील कैंप से वारदात में प्रयुक्त स्कॉर्पियों गाड़ी और पिस्टल, दो मैगजीन और 16 कारतूस बरामद किए हैं।

पुलिस की तफ्तीश में यह भी सामने आया है कि गैंगस्टर ससुर दुर्जन सिंह के दामाद आरोपी दीपक का थाने में आना जाना था, कई जिम्मेदार पुलिस कर्मियों से उसके अच्छे संपर्क थे। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि एएसआई की हत्या से पूर्व दिन में आरोपी दीपक के साथ थाने के ही दो और पुलिसकर्मी साथ में थे। आरोपी के साथ घूमने वाले इन दोनों पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। इस बिंदु को भी जांच में शामिल किया गया है।

इसके अलावा आरोपी के मोबाइल से भी कॉल डिटेल निकाली जा रही है। जिससे पता चलेगा कि आरोपी दीपक किन-किन पुलिसकर्मियों और गैंगस्टरों से बातचीत करता था। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एएसआई की हत्या करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी घरौंडा के उपली निवासी दीपक उर्फ नीटू जो कि तहसील कैंप पानीपत में परिवार के साथ रहता है व पानीपत के बरसत रोड निवासी राजन उर्फ पव्वा को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने सोमवार को पुलिस पूछताछ में खुलासा किया था कि कुछ साल पहले एएसआई ऋषिपाल की तैनाती सीआई पानीपत में हुई थी। इसी दौरान किसी मामले में आरोपी दीपक के दोस्त को एएसआई ऋषिपाल ने हिरासत में लिया था। जिसको लेकर आरोपी दीपक एएसआई के प्रति रंजिश रखने लगा था। इस रंजिश का आभास एएसआई और उसके परिवार को भी हो चुका था।

आरोपी दीपक ने षडयंत्र के तहत एएसआई ऋषिपाल से दोस्ती बढ़ा ली। बाद में आरोपी दीपक और एएसआई का लगातार मिलना-जुलना शुरू हो गया। दोनों एक साथ पार्टी करते थे। एएसआई ड्यूटी खत्म करने के बाद और ड्यूटी के समय में भी आरोपी दीपक से मिलता था। नौ सितंबर को भी शाम को दीपक घूमने के लिए एएसआई ऋषिपाल को थाना सेक्टर-13-17 से अपनी गाड़ी में ले गया था। एएसआई के पास घर से फोन आया तो उसने पत्नी को बता दिया था कि वह दीपक के साथ है। उसके बाद एएसआई ने फोन बंद कर दिया।

आरोपी और एएसआई ने नीलकंठ होटल में खाना खाने की योजना बनाई थी। नीलकंठ होटल में जाने से पहले दीपक के ससुर दुर्जन सिंह को लेकर आरोपी और एएसआई के बीच विवाद हुआ। इसी दौरान गुस्से में आरोपी दीपक ने एएसआई को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। योजना के मुताबिक आरोपी ने गाड़ी को टोल टैक्स से पहले ही रसिन की तरफ घुमा लिया। रसिन और बिजना के बीच उतरकर एएसआई को अपनी लाइसेंसी पिस्टल से सात गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी और शव आवर्धन नहर में फेंक दिया। जिसके बाद एएसआई का शव बहते हुए बुडनपुर आवर्धन नहर में लोगों ने देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को बरामद कर शिनाख्त कराई थी।

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सीसीटीवी फुटेज के जरिए जुटाई जा रही जानकारी

पुलिस थाने के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी खंगाल रही है ताकि पता चल सके कि वारदात के दिन दीपक कब थाने पहुंचा और किस-किस पुलिसकर्मी से मिला। सूत्रों की मानें तो आरोपी से संपर्क रखने वाले पुलिस कर्मियों से भी इस मामले में पूछताछ की जा रही है। पुलिस हर पहलू को जांच में शामिल करने में जुटी है।

इस वारदात का खुलासा किया गया है। मामले की जांच के बाद ही कार्रवाई होगी कि इस वारदात में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।

– शशांक कुमार सावन, एसपी करनाल


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