Asia Games 2023: एशियाई खेलों में पहला स्वर्ण जीत भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रचा इतिहास, जानिए खिलाड़ियों के बारे में


Asia Games 2023: एशियाई खेलों का आधिकारिक आगाज होने के साथ ही भारतीय खिलाड़ियों ने कई पदकों पर अपनी दावेदारी घोषित कर दी है। पहले दिन खिलाड़ियों ने देश को पांच पदक दिलाए। वहीं दूसरे दिन एशियाई खेलों में भारत का पहला और भारतीय महिला क्रिकेट टीम का दूसरा स्वर्ण पदक हासिल हो गया है। वहीं फाइनल मैच में श्रीलंका को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। आइए जानते हैं भारत का मान बढ़ाने वाली टीम इंडिया की महिला खिलाड़ियों के बारे में, जिन्होंने एशियाई खेलों में इतिहास रच दिया है।

ये हैं फाइनल में खेलने वाली टीम इंडिया की महिला क्रिकेटर्स

हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप-कप्तान), शेफ़ाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), अमनजोत कौर, देविका वैद्य, तितास साधु, राजेश्वरी गायकवाड़, पूजा वस्त्राकर।

हरमनप्रीत कौर

एशियाई खेलों में भारतीय टीम की नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर की वापसी हुई। इसके पहले उनपर मलेशिया और बांग्लादेश के खिलाफ मैच में नहीं खेल पाई थीं। हरमनप्रीत कौर महिला बिग बैश लीग में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड जीतने वाली पहली भारतीय हैं। एशियाई खेलों से पहले वह महिला टी 20 और वन डे क्रिकेट टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं। 8 मार्च 1989 को पंजाब के मोगा जिले में जन्मी हरमनप्रीत ने औपचारिक तौर पर क्रिकेट में अपना डेब्यू 20 की उम्र में किया और 2009 में पाकिस्तान महिला क्रिकेट अर्क राइवल्स के खिलाफ मैच खेला था। उसी साल महिला क्रिकेट विश्वकप में भी खेलने का मौका मिला।

स्मृति मंधाना

स्मृति मंधाना पिंक बॉल टेस्ट मैच में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं। मुख्य रूप से बाएं हाथ की बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने 2017 के महिला क्रिकेट विश्व कप में दो शतक लगाए थे। 18 जुलाई 1996 को मुंबई में जन्मी मंधाना का महज 11 साल की उम्र में अंडर 19 टीम में चयन हो गया था। साल 2016 में स्मृति मंधाना ने इंडिया रेड की तरफ से वूमेन चैलेंजर ट्रॉफी के लिए खेलते हुए तीन अर्धशतक बनाए थे। वहीं बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच खेलकर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी।

 

शेफाली वर्मा

15 साल की उम्र में क्रिकेट में डेब्यू करने वाली शेफाली वर्मा अंडर 19 महिला टी 20 वर्ल्ड कप में शामिल थी और भारत की जीत में योगदान दिया था। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कमान शेफाली वर्मा के हाथों में थी। दाहिने हाथ की बल्लेबाज शेफाली आफ स्पिन का भी कमाल दिखाती हैं। 28 जनवरी 2004 में हरियाणा के छोटे से रोहतक जिले में जन्मी शेफाली को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था, जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय टीम में सबसे कम उम्र की महिला क्रिकेटर के तौर पर शेफाली वर्मा ने अपना नाम दर्ज कराया।

जेमिमा रोड्रिग्स

5 सितंबर 2000 को मुंबई में जन्मी जेमिमा रोड्रिग्स ने महज 4 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। करियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने क्रिकेट और हॉकी दोनों खेले। हालांकि बाद में क्रिकेट को करियर बनाया। महिला प्रीमियर लीग में दिल्ली कैपिटल्स ने ऑलराउंडर बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स को 2.2 करोड़ में खरीदा था।  जेमिमा सर्वश्रेष्ठ घरेलू जूनियर महिला क्रिकेटर के लिए ”जगमोहन डालमिया” पुरस्कार से सम्मानित हुए थे।

दीप्ति शर्मा

6 साल की उम्र में भाई के साथ क्रिकेट खेलने वाली दीप्ति शर्मा महिला प्रीमियर लीग की दूसरी सबसे महंगी खिलाड़ी रही हैं। पूर्व क्रिकेटर हेमलता काला ने उन्हें ट्रेनिंग दी और उन्हें खेल की बारीकियां सिखाईं। दीप्ति शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट डेब्यू 2021 को इंग्लैंड के खिलाफ किया। 2014 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। 2016 में टी 20 खेल चुकीं दीप्ति को बीसीसीआई ने सर्वश्रेष्ठ घरेलू महिला क्रिकेट के लिए जगमोहन डालिया ट्रॉफी से नवाजा था। उन्हें अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

ऋचा घोष (विकेटकीपर)
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर ऋचा घोष ने एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन किया। उनके पिता क्रिकेट मैचों में अंपायर रह चुके हैं। ऐसे में ऋचा महच 3 साल की उम्र से ही पिता के साथ क्रिकेट के मैदान में जाया करती थीं। 28 सितंबर 2003 को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में जन्मी ऋचा घोष अंडर 19 के लिए चयनित हुईं। बाद में बंगाल की अंडर 23 टीम में भी खेला। 2018 में महज 13 साल की उम्र में उन्हें बंगाल प्लेयर ऑफ द ईयर का अवार्ड मिला। बाद में 16 साल की उम्र में भारतीय महिला क्रिकेट टीम में उनका ऋचा का चयन हो गया। 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी 20 डेब्यू किया था, वहीं 2021 में वनडे डेब्यू किया।  

 

अमनजोत कौर

23 साल की अमरजोत कौर दाहिने हाथ की बल्लेबाज हैं। वह गेंदबाजी में भी सक्षम हैं। 2000 में मोहाली में जन्मी अमनजोत कौर ने टी20 से डेब्यू किया। अपने पहले ही मैच में धमाकेदार प्रदर्शन के कारण उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवार्ड मिला। वूमेन प्रीमियर लीग में अमनजोत कौर ने मुंबई इंडियंस की तरफ से खेला। 

देविका वैद्य

मूल रूप से महाराष्ट्र के पुणे जिले की रहने वाली देविका वैद्य का जन्म 13 अगस्त 1997 में हुआ था। बाएं हाथ की बल्लेबाज देविका ने अपना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट डेब्यू नवंबर 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ विजयवाड़ा में किया था। देविका ने 9 वनडे मैच खेले, जिसमें गेंदबाजी में उन्होंने 6 विकेट लिए।

तितास साधु

एशियाई खेलों में श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मैच जीतकर स्वर्ण पदक पर दावेदारी करने वाली भारतीय टीम की स्टार खिलाड़ी तितास साधु के करियर का यह दूसरा मैच रहा। उनका पहला मैच एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ था। इसी के साथ करियर के दूसरे इंटरनेशनल मैच से अपनी धारदार गेंदबाजी की छाप छोड़ी। पश्चिम बंगाल के चिनसुरा में जन्मी तितास की स्पीड और स्विंग को झूलन गोस्वामी ने देखा और बंगाल की महिला टीम के कोच शिव शंकर पाॅल से बातचीत करके सीनियर टीम में खिलाने के लिए कहा, तब तितास महज 16 साल की थीं।

राजेश्वरी गायकवाड़

भारतीय महिला क्रिकेट टीम में बिना ताज की रानी के नाम से मशहूर राजेश्वरी गायकवाड़ ने महिला विश्वकप 2017 में न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ सिर्फ 15 रन देकर 5 विकेट लिए ते। उनका शानदार गेंदबाजी के कारण वह वर्तमान में टीम इंडिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार हैं।

 


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