फतेहपुर (बाराबंकी)। कोतवाली क्षेत्र में शुक्रवार देर शाम कथित रूप से ठेलिया हटाने को लेकर चाचा व भतीजे के बीच विवाद हो गया। इस दौरान चाचा की हालत बिगड़ गई। उन्हें सीएचसी लाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने भतीजे पर कार की टक्कर मारने से मौत होने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ जांच शुरू कर दी है।
मुंडेरी गांव निवासी सुरेशचंद्र सात भाई थे, जिसमें गजोधर, रामनरेश व सुरेशचंद्र की मौत हो चुकी है। तीन भाइयों लल्लू राम, काशीराम व श्रीकेशन से चौथे भाई रमेशचंद्र से रिश्ते अच्छे नहीं हैं। 15 दिन पूर्व रमेश के पुत्र सत्येंद्र के यहां घर में पुत्र का जन्म हुआ था। लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे जिले के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को सत्येंद्र उसे लेकर घर लौटा, लेकिन शाम को उसकी हालत फिर बिगड़ गई। करीब 6:30 बजे पुत्र को कार से लेकर सत्येंद्र अस्पताल जा रहा था। रास्ते में कुछ ही दूर चाचा रमेश का मकान है।
इसके आगे उनकी ठेलिया खड़ी थी। विरोध जताते हुए सत्येंद्र ने ठेलिया रास्ते से हटा दी। इसे लेकर चाचा रमेश व सत्येंद्र के बीच कहासुनी शुरू हो गई। रमेश की ओर से उसके अन्य भाइयों के पुत्र सौरभ, संतोष, दुर्गेश आदि एकत्र हो गए। झड़प शुरू हो गई। विवाद के कुछ ही देर बाद रमेश की हालत बिगड़ गई। सीएचसी फतेहपुर में रमेश को मृत घोषित कर दिया गया। अस्पताल में मिले रमेश के भतीजे दुर्गेश आदि ने आरोप लगाया कि सत्येंद्र ने कार से चाचा सुरेश को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। एसएचओ डीके सिंह ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच की जा रही है।