
बरेली। सर्दियों में ठिठुरन बढ़ने के साथ अब माइग्रेन का दर्द उभरने लगा है। ओपीडी में हर दिन इलाज के लिए मरीजों की कतार बढ़ रही है। चिकित्सक ने माइग्रेन के मरीजों से फास्ट फूड का सेवन और गर्म पानी से स्नान करने पर तकलीफ और बढ़ने की आशंका जताई है।
मनोचिकित्सक डॉ. आशीष कुमार के मुताबिक, सर्दियों में ठंडी हवा की वजह से सिर में रक्त संचार प्रभावित होता है। धूप न मिलने से दिमाग में सेरेटोनिन केमिकल असंतुलित होता है, जो माइग्रेन के दर्द को बढ़ाता है। साथ ही, धूप के अभाव में नसों में खिंचाव की स्थिति रहती है। बताया कि सामान्य और माइग्रेन के सिर दर्द में अंतर होता है। सामान्य सिर दर्द थोड़ी देर बाद कम होने लगता है, लेकिन माइग्रेन का दर्द होने पर मतली आने लगती है, उल्टी हो सकती है। प्रकाश, ध्वनि और गंध के प्रति संवेदनशीलता आती है। माइग्रेन की चपेट में करीब 80 फीसदी महिलाएं हैं।
इलाज के अभाव में कम होती हैं आंखों की रोशनी
डॉ. आशीष के मुताबिक, कई दिन माइग्रेन रहने से डिप्रेशन, थकावट, चिड़चिड़ापन, गर्दन में अकड़न, भूख ज्यादा लगती है। इसे नजरंदाज किया जाए तो ओरा स्टेज शुरू होती है। इसमें आंखों की रोशनी कम होने लगती है। समय से इलाज न होने पर हालत गंभीर हो सकती है।
दर्द से बचाव के उपाय
माइग्रेन के बेतहाशा दर्द से बचाव के लिए पौष्टिक खानपान के साथ भरपूर नींद जरूरी है। रात में सोने से करीब आधे घंटे पहले मोबाइल देखना बद कर दें, ताकि आंखों पर जोर न पड़े। सात घंटे नींद जरूरी है। घर में या बाहर कहीं भी रहें सिर को ढककर रखें। फास्ट फूड सेवन से बचें।
माइग्रेन मरीज सर्दियों में इन पदार्थों से बचें
बताया कि फास्ट फूड (चाउमीन, मोमोज, नूडल्स) के अलावा चिप्स, स्नैक्स, फ्रोजेन मील्स, प्रोसेस्ड मीट आर्टिफिशियल स्वीटनर के सेवन से मोनोसोडियम ग्लूटोमेट का लेवल बढ़ता है। यह माइग्रेन को तेज करता है। इनके अलावा नींबू, संतरा, पाइनएप्पल, स्ट्राबेरी, टमाटर भी दर्द बढ़ा सकता है।