भिवानी।
शहर की सड़कों पर दौड़ रहे साढ़े छह हजार ऑटो और ई-रिक्शा में यूनिक आईडी स्टीकर अनिवार्य किया है। इसी को लेकर शुक्रवार को जिला यातायात पुलिस थाना प्रबंधक की टीम ने हुडा सेंट्रल पार्क के समीप हेल्प डेस्क लगाकर ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन किया। इस दौरान करीब डेढ़ सौ ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा चालकों ने यूनिक आईडी और स्टीकर के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।
दरअसल पुलिस की ओर से प्रत्येक ऑटो रिक्शा में चार अंकों का यूनिक आईडी नंबर के अलावा तीन तरह के स्टीकर जारी किए गए हैं। इसका रजिस्ट्रेशन कराने के लिए प्रत्येक ऑटो रिक्शा चालक पर 240 का खर्च आएगा। इसमें उसे तीन तरह के स्टीकरों के लिए 40-40 रुपये और 20 रुपये फोटो खिंचवाने के लिए भुगतान करना होगा। जबकि सौ रुपये वेरिफिकेशन फीस भी देनी होगी।
इसके बाद उस ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा को यूनिक आईडी का नंबर और स्टीकर जारी किया जाएगा। इसे डायल 112 से जोड़ा गया है। किसी भी ऑटो व ई-रिक्शा में किसी भी महिला यात्री द्वारा डायल 112 पर मदद मांगे जाने पर तुरंत उसकी पहचान हो जाएगी। वहीं बिना यूनिक आईडी और स्टीकर लगे ऑटो और ई-रिक्शा को शहर की सड़कों पर अब नहीं दौड़ने दिया जाएगा। इसके लिए भी जिला यातायात पुलिस स्पेशल अभियान चलाएगी।
जिला यातायात पुलिस की तरफ से प्रत्येक ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा को यूनिक आईडी नंबर और तीन तरह के स्टीकर जारी किए गए हैं। इसका रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। रजिस्ट्रेशन के लिए ऑटो और ई-रिक्शा मालिक को खुद हेल्प डेस्क तक आना होगा, क्योंकि उसके दस्तावेजों की जांच के बाद उसका फोटो भी खिंचा जाएगा और हस्ताक्षर भी होंगे। इसके बाद ही उसकी यूनिक आईडी तैयार होगी।
– सुनील कुमार, प्रबंधक जिला यातायात पुलिस थाना, भिवानी।