
अनिल त्रिपाठी, अररिया। पुरानी कहावत है पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोंगे होगे खराब। परंतु आदर्श सिन्हा ने खेलकूद के साथ साथ पढ़ाई लिखाई का साम्य बनाकर इस कहावत नकार दिया है। पढ़ाई लिखाई में अव्वल रहते हुए आदर्श ने क्रिकेट के खेल में भी ऊंचाई हासिल की है।
आदर्श को बिहार क्रिकेट संघ ने अंडर 16 स्टेट टीम का कप्तान बनाया गया है। आदर्श के नेतृत्व में राज्य की टीम मंगलवार को पटना से पुणे के लिए रवाना हुई।
मिल चुका है स्टूडेंट ऑफ द ईयर अवार्ड
अररिया शहर के वार्ड नंबर 14 आश्रम रोड निवासी आदर्श सिन्हा ने नर्सरी से कक्षा आठवीं तक अररिया पब्लिक में पढ़ाई की। विद्यालय के रेक्टर डॉ बीएन झा कहते है कि उसे बहुत मेधावी विद्यार्थी के रूप में गिना जाता था। स्टूडेंट ऑफ द ईयर अवार्ड भी मिला था।
उनके कप्तान बनाए जाने पर खेलप्रेमियों में हर्ष का माहौल है। अररिया पब्लिक स्कूल में शिक्षिका आदर्श की मां पल्ल्वी सिन्हा ने बताया कि क्रिकेट के प्रति बेटे भी चाहत को देखते हुए उन्होंने अपने निजी सुखों को अनदेखा किया। जितना संभव हो सका उसकी जरूरतों को पूरा करने में सहयोग करती रही।
2022 में भी बने थे कप्तान
आज इसका सुखद परिणाम प्राप्त हुआ है। आदर्श के दादा गोपेश सिन्हा का क्रिकेट से काफी लगाव रहा है। वे अपने पोते को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाना चाहते हैं। सिन्हा अररिया क्रिकेट एकेडमी के प्रशिक्षक सह निदेशक हैं। बच्चों को क्रिकेट का प्रशिक्षण देते है।
मालूम हो कि वर्ष 2022 में आदर्श का चयन विजय मर्चेंट ट्राफी के लिए हुआ था। तब आदर्श ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया था। इसी आधार पर इनको वर्ष 2023 में टीम का कप्तान चुना गया।
आदर्श की कामयाबी पर बिहार क्रिकेट संघ के जिला संघों के प्रतिनिधि ओमप्रकाश जायसवाल ने बताया कि अंडर 16 में पहली बार अररिया के खिलाड़ी को कप्तान बनाया गया है। यह जिले के लिए गर्व की बात है। इस समय आदर्श नवीं कक्षा का छात्र है।
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