संवाद सहयोगी, मोतिहारी। स्थानीय सेंट्रल जेल में अब बंदियों का मनोरंजन रेडियो के माध्यम से हो रहा है। बंदियों के लिए राज्य के जेलों में शुरू किए गए रेडियो संवाद कार्यक्रम से बंदी मन को बहलाने का नया तरीका सामने आया है।
मार्च माह के अंतिम सप्ताह में स्थानीय जेल में शुरू किए गए इस कार्यक्रम के माध्यम से समयानुसार बंदियों को भजन, निर्गुण से लेकर समाचार तक सुनने की व्यवस्था की गई है।
बंदियों के मनोरंजन के लिए हो रहा कार्यक्रमों का प्रसारण
बताया गया है कि आकाशवाणी द्वारा लगाए गए उपकरणों के माध्यम से बंदियों के मनोरंजन के लिए भजन, निर्गुण व समाचार के अलावा ज्ञान बढ़ाने वाले कार्यक्रमों का भी प्रसारण सभी वॉर्डों में डिजिटल रेडियो के माध्यम से किया जा रहा है।
बंदियों के बीच संवाद, ध्वनि प्रभाव व संगीत के साथ साथ लोकप्रिय लोगों के बारे में विशेष जानकारी दी जा रही है। इसके लिए कारा परिसर में एक अलग कार्यालय की व्यवस्था की गई है।
कारा अधीक्षक ने ये बताया
कारा अधीक्षक बिदु कुमार ने बताया कि रेडियो की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह श्रोताओं को अपने साथ लेकर चलता है। श्रोता अपनी काल्पनिक शक्ति का प्रयोग करते हैं और रेडियो कार्यक्रम से जुड जाते हैं। इस प्रक्रिया से बंदियों की मानसिक स्थिति में सुधार होगा।
कारा में की गई कंप्यूटर की भी व्यवस्था
इसके लिए कारा में बने दफ्तर में एक कंप्यूटर की व्यवस्था की गई है और उसके जरिए सभी वॉर्डों को जोड़ा गया है। बंदियों को बेहतर वातावरण मिले इसके लिए निरंतर नए-नए प्रयास किए जा रहे हैं।
इन्हीं प्रयासों की एक कड़ी है रेडियो। इसका सकारात्मक प्रभाव बंदियों पर होगा और वो जब जेल से निकलेंगे तो एक बेहतर मन के साथ होंगे।
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