मनोरंजन के साधन में कैरम, चैस, लूडो आदि गेम रखे गए हैं। इसी तरह मिनी लाइब्रेरी की सुविधा दी गई है कि जहां पर पुस्तक पढ़ कर ये अपना समय काटते हैं।
Publish Date: Tue, 12 Dec 2023 02:23 PM (IST)
Updated Date: Tue, 12 Dec 2023 02:23 PM (IST)
HighLights
- शहर की सभी बापू की कुटिया में उमड़ने लगी है भीड़
- मनोरंजन के तमाम साधनों के बीच बिता स्पेंड कर रहे क्वालिटी टाइम
- यहां पर संचालित हो रहे बापू की कुटिया
बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बुजुर्गों के मनोरंजन व समय बिताने के लिए शहर के विभिन्न उद्यानों में बनाई गई बापू की कुटिया अब गुलजार होने लगी है। यहां पर वातानुकूलित कुटिया में मनोरंजन के साधनों के बीच अखबार, पुस्तकों के साथ देश-दुनिया की जानकारी रखने के लिए टीवी की सुविधा दी गई है। ऐसे में बुजुर्गो का दिन हंसी-मजाक, गप्पे-शप्पे के साथ मजे से बीत रहा है, एक तरह बुजुर्ग यहां पर क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रहे है। इसी वजह से धीरे-धीरे यहां पर बुजुर्गो की भीड़ बढ़ते ही जा रही है।
रिटायर्ड होने के बाद अक्सर बुजुर्गों का समय सही तरीके से कट नहीं पाता है, उनके पास सबसे बड़ा प्रश्न यह रहता है कि मनोरंजन, बातचीत के लिए किसके पास जाए, हर दिन तो रिस्तेदारों के पास जा नहीं सकते हैं, वहीं दोस्तों से मिलना भी इस उम्र में इतना आसान नहीं रह जाता है। घर में बेटे, बच्चों के साथ रहने के बाद बचा समय काटना बेहद कठिन हो जाता है।
बुजुर्गों की इन दिक्कतों को समझते हुए ही नगर निगम की ओर से बापू की कुटिया का कांस्पेट लाया गया। इसके अंतर्गत शहर के प्रमुख उद्यान व मोहल्लों में बापू की कुटिया बनाई गई। इस कुटिया में उन तमाम संसाधनों का समावेश किया गया है जिसके माध्यम से उनका समय कट सके और मोहल्ले के अन्य बुजुर्गो से जान-पहचान बढ़ सके और दोस्ती हो सके, ऐसे में रोजाना उनका मिलना होगा और अच्छा समय कटेगा।
वहीं अब बापू की कुटिया कांस्पेट काम करने लगा है और शहर में बनाई गई बापू की कुटिया में सुबह व शाम के समय बुजुर्गो की भीड़ आने लगी है, जो दोनों समय मिलाकर पांच से छह घंटे तक आसानी से हंसी-मजाक, गप्पे-शप्पे, खेल आदि में समय काट रहे है। ऐसे में निगम की बापू की कुटिया ने बुजुर्गो को समय बिताने के साथ ही खुश रहने की वजह दे दिया है। जिसका लाभ अब बुजुर्ग उठा रहे हैं।
मिलती है यह सुविधा
मनोरंजन के साधन में कैरम, चैस, लूडो आदि गेम रखे गए हैं। इसी तरह मिनी लाइब्रेरी की सुविधा दी गई है कि जहां पर पुस्तक पढ़ कर ये अपना समय काटते हैं। इसी तरह अखबार की भी व्यवस्था है। साथ ही टीवी भी लगाई गई है, जहां पर ये मनोरंजक कार्यक्रम, खेलकूद और समाचार देखने का आनंद उठाते हैं। पूरी तरह से वातानुकूलित यह कुटिया बुजुर्गों के बेहद काम आ रही है।
यहां पर संचालित हो रहे बापू की कुटिया
कंपनी गार्डन, अज्ञेय नगर, सिरगिटी, हेमुनगर तालाब, नेहरू नगर, विनोबा नगर, मंगला, स्मृति वन राजकिशोर नगर, कोनी आदि क्षेत्र प्रमुख हैं। इन क्षेत्रों के आसपास रहने वाले बुजुर्ग यहां पर रोजाना क्वालिटी टाइम बिता रहे हैं। वहीं अब इसकी सफलता को देखते हुए और भी बापू की कुटिया बनाने पर नगर निगम विचार कर रहा है।