चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के कार रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस बारे में पीयू प्रशासन के डीएसडब्ल्यू दफ्तर ने एक नोटिस जारी किया है। इसे 16 नवंबर से लागू कर दिया जाएगा। इस प्रतिबंध के बाद अगर हॉस्टल की पार्किंग में कार पाई जाती है तो कार्रवाई के साथ छात्र को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया जाएगा। वहीं, दूसरी ओर छात्रों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन पिछले महीने से परिसर को कार मुक्त बनाने के प्रयास में लगा है। इसी के तहत पीयू में महीने के हर आखिरी शुक्रवार को कार फ्री डे मनाने का फैसला लिया गया है। इसी पहल के तहत हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के कार न रखने के लिए नोटिस जारी किया गया है। वहीं, पीयू परिसर में रहने वाले अधिकांश लोगों का कहना है कि अचानक पाबंदी लगाने के बजाय धीरे-धीरे लागू करना चाहिए। पहले सभी छात्र, शिक्षक और गैर शैक्षणिक संगठनों को साथ में लेकर कार फ्री परिसर बनाने को लेकर जागरूकता फैलानी चाहिए। इसके बाद यह लागू करवाना चाहिए ताकि पीयू प्रशासन के खिलाफ आक्रोश का माहौल नहीं बने।
बिना व्हीकल एक से दूसरी जगह कैसे जाएंगे
पीयू प्रशासन सिर्फ छात्रों पर कार पाबंदी को नहीं थोप सकती है। पीयू में ई-रिक्शा, बस, साइकिल तक की छात्रों के लिए कोई सुविधा नहीं है जबकि परिसर दो सेक्टरों में फैला है। बिना व्हीकल के छात्र कैसे एक से दूसरी जगह जाएंगे। अगर परिसर को वाहन मुक्त करना है तो सभी के लिए समान निर्देश लागू हों अन्यथा छात्रों के लिए प्रतिबंध का हम विरोध करेंगे।
– जतिंदर सिंह, अध्यक्ष, पीयू छात्र संघ
टू व्हीलर की अनुमति के साथ शटल बस सर्विस मिले
पीयू में कारों से गेड़ी का कल्चर बन गया है, जिससे लड़कियों के साथ छेड़छाड़ के मामले भी आए दिन सामने आते हैं लेकिन दूसरा पहलू ये भी है कि यहां कई छात्र पढ़ाई के साथ कोचिंग व अपना काम भी करते हैं, उन्हें व्हीकल की जरूरत रहती है। इसलिए टू व्हीलर की अनुमति मिलनी चाहिए। वहीं, परिसर में छात्रों के आने-जाने के लिए शटल बस सर्विस और ई-रिक्शा की व्यवस्था करवानी चाहिए। पीयू से बाहर सीटीयू की बसों का शेड्यूल छात्रों के साथ साझा किया जाना चाहिए।
– रनमीकजोत कौर, उपाध्यक्ष, पीयू छात्र संघ