चंडीगढ़।
पीयू प्रशासन ने हॉस्टल के अंदर कार खड़ा करने पर बैन लगाया है। सभी विद्यार्थियों को फिर से नोटिस जारी कर 16 नवंबर तक गाड़ी हटाने के निर्देश दिए गए हैं। विद्यार्थियों ने इस निर्णय का विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि बिना किसी व्यवस्था के उनके साथ धक्का किया जा रहा है। कार पार्क बैन सिर्फ हॉस्टलर तक सीमित नहीं रहना चाहिए। सबके लिए समान नियम लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीयू के इस फैसले को लेकर विद्यार्थी विरोध प्रदर्शन करेंगे।
बता दें कि पीयू के हॉस्टल नियमों की हैंडबुक में यह उल्लेखित है कि विद्यार्थी हॉस्टल में गाड़ी नहीं रख सकते। डीएसडब्ल्यू ने इसी नियम के हवाले से नोटिस जारी किया है। एक नवंबर को पीयू के जारी किए नोटिस के अनुसार 16 नवंबर के बाद यदि कोई विद्यार्थी हॉस्टल में गाड़ी खड़ा करता दिखा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उसकी हॉस्टल सीट भी रद्द की जा सकती है। पीयू के इस फैसले पर विद्यार्थियों ने कहा कि बिना कोई विकल्प दिए इस तरह का निर्णय लेना सही नहीं है। अगर कैंपस में पार्किंग और कार्बन फुटप्रिंट कम करने की बात है तो प्रोफेसर और अन्य कर्मचारियों पर भी समान नियम लागू होने चाहिए।
यूआइईटी विद्यार्थी व बॉयज हॉस्टल एक में रह रहे सैम ने बताया कि उनके हॉस्टल से विभाग करीब चार किलोमीटर दूर हैं। आने-जाने के लिए हमेशा ऑटो नहीं मिलता। गाड़ी होने से सहूलियत रहती है। बड़ा मुद्दा बाहर से आ रही गाड़ियों का है, जो लोग लोग यहां आकर गेड़ियां मारते हैं उन पर लगाम लगाएं।