स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत के बढ़ते कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब अमेरिका तक भारत से टेक्नोलॉजी शेयर करने की मांग करने लगा है. ये जानकारी किसी और ने नहीं, बल्कि खुद इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन के चीफ एस सोमनाथ ने दी है. इसरो चीफ ने बताया कि जब चंद्रयान-3 मिशन के लिए स्पेसक्राफ्ट डेवलप किया जा रहा था, तो अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की एक टीम को मिशन के बारे में बताया गया था. इसके बाद उस टीम ने हमारी स्पेस टेक्नोलॉजी हासिल करने की इच्छा जाहिर की थी.