खाद्य विभाग की टीम ने कच्चे मोमोज और उनमें इस्तेमाल होने वाली चटनी को जब्त कर उनके सैंपल लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए राज्य खाद्य सुरक्षा लेब भेजने की तैयारी की जा रही है। वहीं विभाग की इस कार्रवाई के बाद शहर में चायनीज फास्टफूड बेंचने वालों में हड़कंप मच गया है।
कार्रवाई में इस तरह बनता मिला खाने-पीने का सामान
आपको बता दें कि लगातार जिले में चायनीज फास्टफूड और मोमोस खाने के बाद बच्चों के गंभीर बीमार होने के मामले सामने आ रहे थे। यहां एक के बाद एक कई शिकायतें खाद्य विभाग और सीएम हेल्पलाइन पर की गईं। इसके बाद खाद्य विभाग ने संबंदित चाइनीज फूड बनाने के कारखाने पर छापामार कार्रवाई की है।
बिना पंजीयन चल रहा कारोबार
वहीं, कारर्वाई के बाद खाद्य निरीक्षण अधिकारी ने बताया कि युवक अपने आपको नेपाल का रहने वाला बता रहे हैं। जो लगभग 2 सालो से यहां रहकर चायनीज फास्टफूड और मोमोज बेचने का काम करते थे। फिलहाल, शुरुआती तफ्तीश में ये पता तो चल गया है कि संबंधित लोगों के पास किसी तरह का कोई पंजीयन तक नहीं है, जिससे ये भी सिद्ध है कि यहां खाने पीने का सामान बनाने में गुणवत्ता का भी कोई द्यान नहीं रखा जा रहा।