
एटा। होली के बाद मेडिकल कॉलेज में पेट दर्द, उल्टी व दस्त के रोगियों की संख्या में अचानक वृद्धि हो गई है। इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक रोगियों की भीड़ लगी रही। चिकित्सकों के समक्ष लंबी कतार लगने से रोगियों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। चिकित्सकों का कहना है कि होली पर लोगों ने बेलगाम तला-भुना खाया। इससे पेट संबंधी बीमारियां अचानक बढ़ी हैं।
होली पर्व पर जहां लोगों ने जमकर पानी व रंगों की होली खेली, वहीं विभिन्न प्रकार के पकवान का आनंद भी लिया। जिसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ा। कई बच्चे, युवा और बुजुर्ग पेट दर्द, मरोड़ और दस्त की समस्या से परेशान हो गए हैं। बुधवार को मेडिकल कॉलेज के दोनों पर्चा काउंटर पर लोगों की सुबह आठ बजे से ही लाइन लगनी शुरू हो गई थी, जो दोपहर 1:30 बजे तक बनी रही। इस दौरान आगे-पीछे को लेकर लोगों में धक्का-मुक्की भी होती रही।
इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक रोगियों की भीड़ रही। इमरजेंसी कक्ष के सामने से लेकर बरामदे तक तीमारदार फर्श पर ही बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। वहीं ओपीडी में 1120 मरीजों के नए पर्चे बने। मेडिसन विभाग में डॉ. अंशुल यादव व डॉ. सौरभ मरीजों को देख रहे थे। बताया कि 350 मरीजों का उपचार किया गया है। इसमें पेट दर्द सहित दस्त आदि की समस्या से ग्रसित 150 से 160 मरीज रहे। जबकि बुखार के रोगी 80 से 90 तक रहे हैं। इसके अलावा अन्य रोग से ग्रसित मरीज उनके पास पहुंचे।
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यह रखें ध्यान
– शुद्ध पेयजल का सेवन करें।
– संतुलित आहार लें।
– स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।
– तली भुनी चीजों का सेवन न करें।
– बासी खाने का सेवन न करें।
– पैकेट बंद और जंक फूड से दूरी बनाए रखें।