
फरीदाबाद। शहर में ऑटो रिक्शा पर यूनिक रजिस्ट्रेशन स्टीकर लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है और अब तक 5800 ऑटो चालकों ने अपनी गाड़ियों पर स्टीकर लगवा लिए हैं। जबकि 9608 लोगों ने रशीद कटवा ली है। फरीदाबाद में 13727 ऑटो का डाटा अब तक ट्रैफिक पुलिस के पास आया है। इसके साथ-2 आज से ई-रिक्शा पर भी स्टीकर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। पहले दिन 11 ई-रिक्शा पर स्टीकर लगाए गए।
महिला विरुद्ध अपराधों को रोकने के लिए फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ने ऑटो चालकों का रजिस्ट्रेशन का काम शुरू किया था। इसके लिए शहर में 8 प्वाइंट बनाए गए, जहां पर ऑटो चालक अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसके लिए ऑटो चालक को अपना आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस एवं ऑटो का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जमा कराना होता है। इससे ट्रैफिक पुलिस काे ऑटो चालकों पर निगरानी रखने में आसानी होगी। ऑटो चालकों द्वारा महिला विरुद्ध अपराधों की रोकथाम के लिए यह अभियान कारगर साबित होगा। रजिस्ट्रेशन करा चुके 9608 ऑटो चालकों में से अब तक 5800 ऑटो पर स्टीकर लगाने का काम पूरा किया जा चुका है। ट्रैफिक पुलिस ने एक ग्रुप बना रखा है और रजिस्ट्रेशन करवा चुके ऑटो चालकों को बुला-बुलाकर उनके ऑटो पर स्टीकर लगाए जा रहे हैं। फरीदाबाद में मथुरा रोड स्थित ट्रैफिक थाना, नजदीक हनुमान मंदिर एवं अजरौंदा चौक स्थित एसीपी ट्रैफिक कार्यालय में नए स्टीकर लगाने का कार्य किया जा रहा है। एक ऑटो पर तीन जगह आगे, पीछे व बीच में स्टीकर लगाए जा रहे हैं। इस स्टीकर के जरिए ऑटो मालिक का पूरा रिकॉर्ड पुलिस को तुरंत पता चल जाएगा तथा नंबर बदलकर या फिर दूसरे के नंबर से चोरी छिपे ऑटो चलाने वालों पर रोक लगेगी। सभी ऑटो पर यह स्टीकर लगने के बाद ऑटो चालकों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा और जिस ऑटो पर यह स्टीकर नहीं होगा, उसको जब्त किया जाएगा।
बिना कागजों के चल रहे शहर में हजारों ऑटो
फरीदाबाद में कुल ऑटो की संख्या की बात की जाए तो लगभग 25 हजार ऑटो सड़कों पर दौड़ रहे हैं। लेकिन, ट्रैफिक पुलिस के पास केवल 13727 ऑटो का रिकॉर्ड आया है, जोकि कुल संख्या का आधा है। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में चल रहे ऑटो चालकों पर लगाम कसना ट्रैफिक पुलिस के लिए बड़ी जिम्मेदारी होगी।
सड़काें पर दौड़ रहे प्रत्येक ऑटो का हिसाब व उसके चालक की पूरी जानकारी जुटाई जाएगी। पुलिस ऑटो के सभी कागजात चेक करके ऑटो को एक स्टीकर जारी करेगी। स्टीकर लगे ऑटो को ही सड़क पर चलने की अनुमति दी जाएगी।
– सतीश कुमार, एसएचओ ट्रैफिक
200 रुपये पिछले महीने जमा कर दिए हैं, लेकिन अभी तक रशीद नहीं मिली है। स्टीकर लगवाने के लिए कई बार चक्कर काट चुका हूं। आज ट्रैफिक इंस्पेक्टर से मिलने के बाद समस्या का समाधान हुआ है।
– राजकुमार, ऑटो चालक
पिछले महीने की 22 तारीख को मैंने यूनिक रजिस्ट्रेशन का स्टीकर लगवाने के लिए रशीद कटवाई थी। कई बार ट्रैफिक थाने के चक्कर लगा चुका हूं, लेकिन अभी तक स्टीकर प्लेट बनकर नहीं आई है।
– विनोद, ऑटो चालक