नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Food habits for Sleep: सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ आहार और पर्याप्त शारीरिक गतिविधियां काफी जरूरी होती हैं। हमारी आदतों और लाइफस्टाइल का भी हमारी सेहत पर गहरा असर पड़ता है। इन सबके अलावा हमारी नींद भी हमें स्वस्थ बनाने में काफी मदद करती है। हालांकि, इन दिनों तेजी से बिगड़ती जीवनशैली की वजह से हमारा स्लीप पैर्टन खराब होता जा रहा है। देर रात तक जगने का हमारी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ने लगा है। ऐसे में सेहतमंद रहने के लिए अच्छी नींद काफी जरूरी है।
हालांकि, हमारी कुछ आदतें और डाइट नींद को प्रभावित करती है, जिसकी वजह से हम रात में चैन नहीं हो पाते हैं। अगर आप अक्सर अपने खराब स्लीप पैर्टन की वजह से परेशान रहते हैं, तो आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी फूड हैबिट्स के बारे में, जो आपकी नींद खराब कर सकती हैं।
देर रात भोजन करना
कई लोगों की देर रात खाना खाने की आदत होती है। हालांकि, लेट नाइट डिनर सेहत के लिए साथ-साथ स्लीप पैटर्न के लिए भी नुकसानदायक है। कई अध्ययनों से यह पता चला है कि रात में देर से खाना खाने से स्वस्थ नींद के पैटर्न में बाधा आ सकती है।
शराब
शराब हमारे पूरे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। खुद डब्ल्यूएचओ भी इस बात को बता चुका है कि शराब की एक बूंद भी सेहत को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी है। सेहत के साथ-साथ यह हमारी नींद के लिए काफी खराब होती है। दरअसल, शराब पीने की वजह से कुछ घंटे सोने के बाद आपकी नींद खुल सकती है और आपके लिए दोबारा सो पाना मुश्किल हो सकता है।
कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन
अक्सर यह सलाह दी जाती है कि रात के समय व्यक्ति को हल्का भोजन करना चाहिए। दरअसल, कई अध्ययनों में यह सामने आ चुका है कि रात में कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन करने से मेलाटोनिन रिलीज कम होता है, जो सोने और जागने के पैटर्न को नियंत्रित करने में मदद करता है।
कैफीन
अक्सर कामकाज में बिजी रहने की वजह से लोग दिनभर कैफीन युक्त ड्रिंक पीते रहते है। हालांकि, ज्यादा मात्रा कैफीन पीने से न सिर्फ हमारी सेहत प्रभावित होती है, बल्कि इसकी वजह से नींद पर भी बुरा असर पड़ता है। दरअसल, कैफीन एडेनोसिन रिसेप्टर को रोकता है, जो नींद आने के लिए जरूरी है।
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इन वजहों से भी खराब होती है नींद
खान-पान की आदतों के अलावा, कुछ और ऐसे कारक भी हैं, जो आपकी नींद के पैटर्न को बिगाड़ सकते हैं।
सोने से पहले ज्यादा सोचना
अक्सर दिनभर की भागदौड़ और कामकाज के बाद व्यक्ति जब रात में सोने जाता है, तो उसके दिमाग में कई सारे विचार घूमते रहते हैं। खासकर तनाव, चिंता, अवसाद और अनिद्रा से जूझ रहे लोगों के लिए ज्यादा सोचने की वजह से सोना मुश्किल हो जाता है।
तेज रोशनी वाली जगह
सोने के लिए सही वातावरण भी बेहद जरूरी होता है। कई स्टडी में भी यह सामने आया है कि अगर रात के दौरान तेज रोशनी या किसी आर्टिफिशियल आउटडोर लाइट के संपर्क में आने से वृद्ध और वयस्कों की रातों की नींद खराब हो सकती है।
ब्लू लाइट एक्सपोजर
मोबाइल या अन्य गैजेट्स से निकलने वाली ब्लू लाइट हमारी आंखों और सेहत के लिए तो हानिकारक है ही, साथ ही यह हमारी नींद पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। दरअसल, ब्लू लाइट मेलाटोनिन रिलीज को प्रभावित करता है, जिससे हमारा स्लीप पैर्टन डिस्टर्ब होता है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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