पीटीआई, वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में बोट हादसे के बाद झील के किनारे मनोरंजन जोन का संचालन करने वाली एक फर्म का ठेका रद्द कर दिया गया है। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि स्थानीय नागरिक निकाय ने फर्म का ठेका रद्द कर दिया।
बोट हादसे में 14 जान की मौत
वडोदरा स्थित हरनी झील में गुरुवार को हुए बोट हादसे में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई, जबकि 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचा लिया गया था। दरअसल, यह छात्र पिकनिक मनाने के लिए बोट से जा रहे थे तभी अचानक यह हादसा हुआ।
नगर निकाय की स्थायी समिति की अध्यक्ष शीतल मिस्त्री ने कहा,
मनोरंजक उद्देश्यों के लिए झील के किनारे का विकास, संचालन और रखरखाव करने वाली कंपनी कोटिया प्रोजेक्ट्स का ठेका वडोदरा नगर निगम (VMC) द्वारा समाप्त कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें: SIT करेगी वडोदरा बोट हादसे की जांच, 6 आरोपी गिरफ्तार; 11 मृतकों का हुआ अंतिम संस्कार
अबतक कितने लोगों की हुई गिरफ्तारी?
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोटिया प्रोजेक्ट्स में साझेदार भीमसिंह यादव, वेदप्रकाश यादव और रश्मिकांत प्रजापति के साथ-साथ कंपनी के मैनेजर शांतिलाल सोलंकी को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा बोट हादसे को लेकर दो बोट ऑपरेटर्स को भी गिरफ्तार किया गया है जिसकी पहचान नयन गोहिल और अंकित वसावा के तौर पर हुई है।
यह भी पढ़ें: गुजरात के वडोदरा में छात्रों से भरी नाव झील में पलटी, दो शिक्षक समेत 12 बच्चों की मौत