पिस्तौल के बल दिल्ली पुलिस के सिपाही की कार लूटी
-कार में रखी थी सिपाही की वर्दी व पर्स, नकाबपोशों ने वारदात को दिया अंजाम
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। खेड़कीदौला थाना क्षेत्र में बीती रात एसपीआर रोड से कार सवार बदमाशों ने दिल्ली में तैनात सिपाही को गन प्वाइंट पर लेकर उसकी कार लूट ली। मूल रूप से महेंद्रगढ़ का रहने वाला पीड़ित सिपाही अपनी कार से दिल्ली ड्यूटी पर जा रहा था। बदमाशों ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था। सिपाही की शिकायत पर थाना पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार महेंद्रगढ़ के गांव माजरा खुर्द के रहने वाले 32 वर्षीय राजकुमार ने शिकायत में बताया वह दिल्ली पुलिस में सिपाही हैं। 9 सितंबर को आवश्यक काम से गांव गया था। जी-20 की बैठक को लेकर उसकी ड्यूटी लगी हुई थी। रात 11 बजे वह कार से दिल्ली जा रहा था। एसपीआर रोड से खेड़कीदौला टोल रोड पर जाते समय गरोस कंपनी के पास उनकी बलेनो कार के आगे एक कार रुकी। उसमें सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने तेजी से उतरते हुए उसे गन प्वाइंट पर नीचे उतरने का इशारा किया जिसके बाद बदमाश कार लेकर जयपुर की ओर निकल गए।
पीड़ित ने बताया कि गाड़ी में उनका पर्स रखा हुआ था जिसमें पांच हजार रुपये, आईकार्ड, लाइसेंस व अन्य जरूरी कागजात थे। गाड़ी में उनकी दिल्ली पुलिस की वर्दी भी रखी थी। खेड़कीदौला थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस ने कहा कि आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
टोल के कैमरे खराब होने से जांच में आ रही है परेशानी
मामले की जांच सीआईए मानेसर की टीम कर रही है। आस-पास लगे कैमरों में बदमाशों की तस्वीर की जांच टीम द्वारा की जा रही है। जांच के दौरान सीआईए टीम को पता चला कि हाल ही में टोल वसूलने वाली कंपनी में बदलाव हुआ है। इस कारण अभी तक सब कुछ सामान्य नहीं हो पाया है। प्रबंधन की ओर से एनएच पर लगे कैमरे काम नहीं कर रहे हैं।
जिस रात वारदात हुई, उस रात सड़क पर थी पुलिस
बदमाशों के हौंसले इतने बुलंद थे कि उनको पुलिस का खौफ नजर नहीं आया। जिस दिन यह वारदात हुई, उस दिन जी-20 को लेकर गुरुग्राम की पूरी पुलिस सड़क पर थी। हाईवे से वाहनों को दूसरे मार्ग पर डायवर्ट किया जा रहा था। माना जा रहा है कि बदमाश कार लूट के बाद मानेसर क्षेत्र से भिवाड़ी या फिर जयपुर की ओर फरार हुए होंगे। क्योंकि इन्हीं दो लोकेशन की ओर जाने वाले वाहनों के लिए कोई रोकटोक नहीं थी। ऐसे में इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता कि बदमाशों को शहर की भौगोलिक स्थिति का पूरा ज्ञान था।