Gurugram News: मुंबई के कारोबारी को बंधक बनाकर लूटा, चलती कार से दिया धक्का


विज्ञापन देखने के बाद पेपर क्वाॅलिटी चेक करने सेल्समैन के साथ दिल्ली आए थे

सदर थाना पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर केस हथीन पुलिस को भेजा

अमर उजाला ब्यूरो

गुरुग्राम। सदर थाना क्षेत्र में मुंबई से एक कारोबारी और सेल्समैन को बुलाकर बंधक बनाकर लूटपाट करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद उन्हें चलती कार से धक्का दे दिया और फरार हो गए। पीड़ित कारोबारी ने इसकी शिकायत सदर थाना पुलिस को दी। मामला हथीन, पलवल से जुड़ा हुआ मिला। इसके बाद सदर थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर जीरो एफआईआर दर्ज कर केस आगामी कार्रवाई के लिए हथीन पुलिस को भेज दिया है।

पुलिस के अनुसार शिकायत में मुंबई के हितेश भारद्वाज ने कहा कि उनका मुंबई में पेपर मैनुफैक्चरिंग का बिजनेस है। उन्होंने पिछले दिनों इंडिया मार्ट पर एक विज्ञापन देखा था जिसमें पेपर बेहद ही सस्ते दाम में बेचे जाने की बात कही गई थी। इस पर उन्होंने पेपर बेचने वाली कंपनी से संपर्क किया जिसके बाद उन्हें एक फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति से बात करने के बाद उसने पेपर क्वाॅलिटी चेक करने के लिए उन्हें दिल्ली बुलाया।

पीड़ित ने बताया कि वह पेपर क्वाॅलिटी चेक करने के लिए अपने साथ अपनी कंपनी के सेल्समैन को लेकर 28 अगस्त को दिल्ली आ गए। दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद जब उन्होंने फोन करने वाले व्यक्ति से संपर्क किया तो उसने बताया कि दिल्ली में धारा 144 लागू है, ऐसे में काफी सावधानी बरतनी होगी। उन्होंने एक बिना नंबर की नई गाड़ी भेजी और हितेश व उनके सेल्समैन को राजीव चौक बुला लिया। यहां से उन्हें पलवल के एक गांव में ले जाया गया जहां पहुंचते ही उन्हें एक कमरे में बंद करके बंधक बना लिया।

आरोप है कि यहां उनसे मारपीट करने के साथ ही हथियार दिखाकर गोली मारने की धमकी दी गई और उनसे लूटपाट की गई। छह आरोपियों ने उनसे नकदी, मोबाइल, सोने की चेन सहित पहचान पत्र व अन्य सामान छीन लिया। उसके खाते से अपने एक खाते में रुपये भी ट्रांसफर कराए गए। आरोप है कि इन आरोपियों ने उनके मोबाइल से डाटा भी अपने कंप्यूटर में कॉपी किया है।

वारदात के बाद आरोपियों ने उनके चेहरे को ढंक दिया और उन्हें एक स्थान पर ले गए जहां चलती गाड़ी से उन्हें धक्का दे दिया और फरार हो गए। इस घटना के बाद वह काफी डर गए और वापस मुंबई लौट गए, कुछ दिन तक हिम्मत जुटाने के बाद वह वापस दिल्ली आए और गुरुग्राम पुलिस के सदर थाने में संपर्क किया। यहां उन्होंने शिकायत दी और सदर थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जीरो एफआईआर दर्ज कर ली। पुलिस ने मामले को आगामी कार्रवाई के लिए हथीन पलवल भेज दिया है।


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