मोटापा। सांकेतिक चित्र
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सिविल लाइंस के एक होटल में डायबिटीज एजुकेशन फाउंडेशन की ओर से आयोजित दो दिवसीय महिला मेटाबोलिक, एंडोकाइन और पोषण सम्मेलन में मोटापा और मधुमेह रोग विशेषज्ञों ने मोटापे की बढ़ती बीमारी के बारे में चर्चा की। मोटापे के कारण और इससे बचाव के उपायों के बारे में अपने अनुभव साझा किए। चिकित्सकों ने बताया कि पहले यह बीमारी अमूमन 40 साल के बाद लोगों को होती थी, लेकिन अब समय बदल गया है। महिलाओं के साथ ही छोटे बच्चों में भी यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है। इसका मुख्य कारण खानपान है।
करनाल से आए विशेषज्ञ डॉ. आशीष ने बताया कि जंक फूड का अधिक सेवन और मेहनत कम करने के कारण यह रोग तेजी से फैल रहा है। इसके कारण तमाम बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे हैं। आम आदमी मोटापे को बीमारी नहीं मानता है। इसे सेहत की निशानी और धनवान व्यक्ति की निशानी मानी जाती थी, लेकिन यह गलत है। मोटापा बड़ी बीमारी है। इससे दिल की बीमारी होती है।
मोटापे से बीपी, हार्ट अटैक और लकवा हो सकता है। मोटापे के साथ शुगर होना और भी खतरनाक है। इसे डबल दीमक भी कहा जाता है, जो धीरे-धीरे व्यक्ति को अनेक रोगों का घर बना देता है। अगर किसी को मोटापा है तो उसका सही उपचार होना चाहिए।