अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। IPL 2024 की नई सनसनी मयंक यादव की चर्चा आज भले ही उनकी रफ्तार के लिए पूरी दुनिया में हो रही है, लेकिन एक समय था, जब वह कार पूल करके अभ्यास करने पहुचंते थे। डीडीसीए के पूर्व चयनकर्ता और पूर्व खिलाड़ी चेतन्य नंदा ने कुछ साल पहले उन्हें दिल्ली के सेंट स्टीफंस मैदान पर देखा था और उनकी गेंदबाजी से इतने प्रभावित हुए कि उन्हें दिल्ली की सीनियर टीम में चुनने का मन बना लिया।

नंदा ने बताया कि करीब पांच साल पहले पहली बार मैंने मयंक (Mayank Yadav) को सेंट स्टीफंस ग्राउंड पर देखा, जहां वह दिल्ली से अंडर-19 मुकाबले में मध्य प्रदेश के विरुद्ध खेल रहा था। मुझे किसी ने मयंक के बारे में बताया था कि वह काफी तेज गेंदबाजी करता है। मयंक ने उस मैच में सात विकेट लिए थे। पिच बल्लेबाजी के मुफीद थी, जिस पर मयंक ने मध्य प्रदेश के बल्लेबाजों को टिकने ही नहीं दिया।
इसके बाद हम मयंक को दिल्ली से अंडर-23 खिलाना चाहते थे, लेकिन तब उसे टखने में चोट लग गई। हम इंतजार कर रहे थे कि मयंक कब ठीक होगा। वह फिट हुआ, लेकिन टीम संयोजन में उसकी जगह नहीं बन पाई थी। नंदा ने कहा कि मयंक काफी साधारण लड़का है और बहुत सामान्य बैकग्राउंड से आता है। 2020 में हमने उसे दिल्ली की सीनियर टीम कैंप में बुलाना शुरू किया तो उसे आने में काफी दिक्कत होती थी।
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कभी कार पूल करके आता था तो कभी किसी के साथ प्रैक्टिस करने पहुंचता था। उसकी गेंदबाजी से प्रभावित होकर हमने ये निर्णय किया कि हम इसे वनडे टीम में खिलाते हैं और रणजी टीम के साथ रखते हैं ताकि ये और भी बेहतर हो जाए। 2021 में हमने उसे दिल्ली की विजय हजारे ट्रॉफी में चुना। तब चंडीगढ़ में हरियाणा के विरुद्ध मयंक ने हमें मैच जिताया।
वह 49वां ओवर फेंकने आया। उसने तीन विकेट लिए और एक भी रन नहीं दिया। उस मैच से इसका नाम चर्चा में आया। नंदा ने कहा कि मयंक अगर खुद को चोटमुक्त रखे तो वह सबसे अच्छा तेज गेंदबाज बन सकता है।
चोट के कारण हर्षित को मिला मौका
नंदा ने कहा कि मयंक (Mayank Yadav) का कौशल देखकर जिस तरह हमने इसका समर्थन किया तो कई लोगों ने आपत्ति भी जताई, लेकिन हम अपने निर्णय पर कायम थे। हमारे पास आठ से 10 खिलाड़ियों का पूल था। मयंक के चोटिल होने पर हर्षित राणा को उनसे पहले खेलने का मौका मिला। मयंक की सबसे विशेष बात है कि यह नैसर्गिक रूप से तेज गेंद फेंकता है।
जिस तरह का उनका आईपीएल में प्रदर्शन रहा है, मुझे लगता है कि मयंक को बहुत जल्द ही देश के लिए खेलने का मौका मिलेगा। नंदा ने टी-20 विश्व कप में चुने जाने की संभावना पर कहा कि जब गेंदबाज अपने चरम पर होता है तो उसे जरूर ही खिलाना चाहिए। अभी मयंक अच्छी लय में है और अभी उसका आत्मविश्वास भी बढ़ा हुआ होगा। बड़ी टीमों ने उसे खेला भी नहीं होगा तो मयंक को ले जाना दूसरी टीमों के लिए चौंकाने वाला हो सकता है।
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रफ्तार से प्रभावित होकर दहिया ने चुना था एलएसजी टीम में
एलएसजी के सहायक कोच विजय दहिया ने कहा कि जब में रणजी ट्रॉफी में यूपी टीम का कोच था। हम मोहाली में खेल रहे थे। हमारे पास के नेट्स में ही दिल्ली की टीम भी अभ्यास कर रही थी। वहां मैंने एक लड़के को देखा तो दंग रह गया, वो था मयंक। उसका रनअप शानदार था।
नेट्स में कई नामी बल्लेबाज थे और मयंक अपनी गेंदों से उन्हें परेशान कर रहा था। उसके बाद मैंने उससे बात की और उनके कुछ वीडियो मांगे। मैंने कहा ये मैं अपने लिए नहीं, बल्कि लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए मांग रहा हूं। तुम लखनऊ आ रहे हो।
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