Jabalpur Crime : पुलिस ई-मेल और आइपी एड्रेस व मोबाइल नम्बर के आधार पर आरोपितों का पता लगा रही है।
Publish Date: Sat, 09 Dec 2023 10:17 AM (IST)
Updated Date: Sat, 09 Dec 2023 10:17 AM (IST)
HighLights
- शुभ मोटर्स के संचालक महेश केमतानी के साथ ठगी।
- व्यवसायी ने मदन महन थाने में दर्ज कराया प्रकरण।
- इन्स्टाग्राम और ई-मेल के जरिए से धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
Jabalpur Crime : नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। इन दिनों धोखेबाजी के लिए एक से बढ़कर एक हथकंड़े अपनाए जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में एक नया प्रकरण सामने आया। जिसमें जबलपुर स्थित शुभ मोटर्स के संचालक महेश केमतानी के साथ ठगी को अंजाम दे दिया गया। शातिर बदमाशों ने फूड चेन कंपनी की फ्रेंचायजी के नाम पर उनसे 46 लाख 80 हजार रुपये ऐंठ लिए। जिसकी शिकायत पर मदन महल पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध अपराध दर्ज किया। आरोपितों ने इन्स्टाग्राम और ई-मेल के जरिए से धोखाधड़ी को अंजाम दिया। पुलिस ई-मेल और आइपी एड्रेस व मोबाइल नम्बर के आधार पर आरोपितों का पता लगा रही है।
देवयानी इंटरनेशन के नाम से फ्रेंचायजी देने की बात का उल्लेख था
मदन महल पुलिस के अनुसार नया गांव निवासी महेश केमतानी को 12 जून को इन्स्टाग्राम में एक पोस्ट दिखी, जिसमें देवयानी इंटरनेशन के नाम से फ्रेंचायजी देने की बात का उल्लेख था। चूंकि केमतानी फ्रेन्चायजी लेना चाहते थे, इसलिए उन्होंने पोस्ट पर रिप्लाई किया। रिप्लाई करने पर उन्हें एक मोबाइल नम्बर प्राप्त हुआ। उक्त मोबाइल नम्बर पर बात करने वाले एक युवक ने खुद को देवायनी इंटरनेशनल का सीनियर मैनेजर और दूसरे ने खुद को सीनियर रिलेशनशिप मैनेजर बताया। उनके द्वारा केमतानी को एक मेल एड्रेस भेजा गया, जिस पर फ्रेंचायजी लेने के सिलसिले में बातचीत व पत्राचार होने लगे।
मेल में औपचारिकताएं पूरी करने के लिए जानकारी मांगी गई
28 जून 2023 को केमतानी को उक्त मेल से मेल आया। जिसमें औपचारिकताएं पूरी करने के लिए जानकारी मांगी गई। 30 जून को जवाब दिया गया। जिसके बाद 30 जून को फ्रेन्चायजी शुल्क के रूप में 11 लाख 80 हजार रुपये एक बैंक खाते में जमा करने के लिए कहा गया। 10 जुलाई को उक्त खाते में यह राशि जमा कराई गई। जिसके बाद फिर मेल पर एक देवयानी इंटनेशनल की तरफ से लेटर आफ एक्सेप्टेंस प्राप्त हुआ। इसके बाद आऊटलेट के लिए मशीनरी और उपकरणों के लिए 35 लाख रुपये की मांग मेल के माध्यम से की गई।
स्टोर के इंटीरियल और एक्सटीरियर के लिए 11 लाख 10 हजार रुपये मांगे
केमतानी ने यह रकम तीन किश्तों में देवायानी इंटरनेशनल के खातों में जमा कराई गई। इसके बाद फिर स्टोर के इंटीरियल और एक्सटीरियर के लिए 11 लाख 10 हजार रुपये मांगे गए,लेकिन यह राशि जमा नहीं कराई गई। इस दौरान लीगल एग्रीमेंट प्राप्त हुआ, लेकिन फिर न तो किसी का फोन लगा और न ही किसी से बातचीत हो पाई। लिहाजा, ठगे जाने की आशंका के साथ ही पुलिस में शिकायत का निर्णय लिया गया।