Jabalpur Food Poisoning: छात्रावास में 200 से ज्यादा बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार, पैरेंट्स ने किया हॉस्टल का घेराव


Jabalpur Food Poisoning: जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक बड़ा मामला सामने आया है। जहां एकलव्य छात्रावास में 200 से ज्यादा छात्रों को हुई फूड पॉइजनिंग के मामले में कलेक्टर ने जांच के बाद सख्त कार्यवाई का दावा किया है। वहीं हॉस्टल की व्यवस्थाओं और इस बीमार छात्रों के मामले को लेकर छात्र हॉस्टल में धरने पर बैठे हैं। पैरेंट्स ने भी हॉस्टल का घेराव किया। धरना दे रहे छात्र प्रिंसिपल को हटाने की मांग कर रहे हैं।

<!– –>

Read more: MP VidhanSabha Chunav 2023: विस चुनाव से पहले गोंगपा को लगा तगड़ा झटका, राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर MLA ने थामा बीजेपी का दामन

छात्रों का आरोप

वहीं इस मामले को लेकर छात्रों ने आरोप लगाया कि खाना खराब होने की शिकायत के बावजूद उन्हें दूषित भोजन खिलाया गया। बिना टेस्ट किए बच्चों को दूषित भोजन परोसा गया। वही इस मामले को तुल पकड़ने के बाद खाद विभाग का अमला हॉस्टल पहुंचा। खाने और राशन के सैंपल ज़ब्त किए जा रहे हैं।

कलेक्टर ने दिलाया भरोसा

जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए बच्चों से मिलने आज जिला अस्पताल पहुंचे। कलेक्टर ने यहां भर्ती छात्र छात्राओं से बातचीत की और उनसे हॉस्टल की व्यवस्थाओं और वहां मिलने वाले खाने पर फीडबैक भी लिया। कलेक्टर ने कहा कि मामले की जांच जारी है जिसकी प्राथमिक रिपोर्ट आज शाम तक मिलने की संभावना है। कलेक्टर ने हॉस्टल के फूड और राशन सैंपल की जांच रिपोर्ट भी जल्द मिलने की बात की है और प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर ही दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

Read more: Online Game: इस ऑनलाइन गेम से कमाए लाखों रुपए, बस करना होगा ये आसान सा काम… 

200 से ज्यादा बच्चे हुए थे बीमार

Jabalpur Food Poisoning: बता दें कि जबलपुर के रामपुर इलाके में स्थित एकलव्य छात्रावास की मेस में कल खाना खाने के बाद 200 से ज्यादा बच्चे बीमार हो गए थे। बीमार हुए छात्रों में से 100 से ज्यादा छात्र छात्राओं को अलग अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। फिलहाल बच्चों की स्थिति ठीक है लेकिन उन्हें अगले 12 घण्टे मेडिकल ऑबज़र्वेशन में रखा जा रहा है और मामले में जांच के बाद सख्त कार्यवाही का दावा किया गया है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *