जागरण संवाददाता, कानपुर। यशवंतपुर जंक्शन से गोरखपुर जा रही सुपरफास्ट एक्सप्रेस के नौ कोच के 40 यात्रियों की नागपुर जंक्शन में अंडा करी खाने के बाद हालत बिगड़ गई। ट्रेन को झांसी में रोक कर सभी का उपचार किया गया। दोपहर में सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन आते ही लोको अस्पताल के अधीक्षक समेत डॉक्टरों की टीम ने यात्रियों को दवाएं दी।
सभी की हालत खतरे से बाहर है। फूड प्वाइजनिंग की घटना से एक बार फिर अवैध तरीके से रेलवे में बिक रही खानपान सामग्री को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
सेंट्रल स्टेशन को किया गया अलर्ट
नागपुर में वेंडर की ओर से दी गई अंडा करी खाने वाले मरीजों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। झांसी में ट्रेन रोक कर 35 यात्रियों को दवा दी गई। इसके बाद सेंट्रल स्टेशन को अलर्ट किया गया। स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार तिवारी ने तत्काल लोको अस्पताल के सीएमएस डा. रवीन्द्र प्रसाद को बताया।
33 मरीजों का किया गया इलाज
स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार तिवारी ने डा अतुल, डा आशीष मिश्र, डा केएल राय सिंघानिया, डा अंकिता राजपूत के साथ 33 मरीजों को कोच बी-1 से बी-9 में मरीजों को दवा दी गई। डक्टरों के अनुसार, अब कोई मरीज गंभीर नहीं है। इससे ट्रेन करीब 35 मिनट सेंट्रल स्टेशन पर खड़ी रही।
कराई जा रही है जांच
सेंट्रल स्टेशन के उप मुख्य यातायात अधीक्षक आशुतोष सिंह ने बताया कि घटना नागपुर जंक्शन में खाई गई अंडा करी से हुई। मामले की जांच कराई जा रही है। आईआरसीटीसी के माध्यम से वेंडर का पता वहां की टीम लगा रही। उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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