कानपुर देहात। भोगनीपुर कोतवाली के अमरौधा टंडन बाजार में सौतेली मां व बाबा की हत्या करने वाले हत्यारोपियों को पुलिस ने शुक्रवार के जेल भेज दिया। पुलिस ने हत्या में प्रयोग की गई चाकू व पत्थर भी आरोपियों की निशानदेही पर बरामद की है। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद आरोपी ललित ने बताया कि वह छत के रास्ते से कमरे के अंदर पहुंचा। छोटे भाई अक्षत को छत पर रोक गया था। सौतेली मां, बाबा और पिता पर हमला करने के बाद दोनों कार से भाग गए थे। संयोग से पिता जिंदा बच गए। जबकि बाबा और सौतली मां की मौके पर ही मौत हो गई।
अमरौधा के टंडन बाजार में सेवानिवृत्त शिक्षक विमल द्विवेदी की तीसरी पत्नी खुशबू व वृद्ध पिता रामप्रकाश की उसके बेटे ललित व अक्षय ने मिलकर हत्या कर दी। पुलिस ने रामप्रकाश के गोद लिए मुन्ना की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि दोनों हत्यारोपियों को डिडौलिया बांगर हाइवे पर कालपी बार्डर से पहले भोगनीपुर कोतवाली निरीक्षक देवेंद्र विक्रम, चौकी प्रभारी अमरौधा अतुल गौतम ने टीम के साथ गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू व पत्थर भी बरामद कर लिया गया है। पूछताछ में ललित ने पुलिस को बताया कि पिता की डेढ़ माह पहले उनके पिता ने तीसरी शादी की थी। पहली शादी से वह उसकी चार बहने हैं। जबकि दूसरी शादी से भाई अक्षय है। दूसरी मां के होने के बाद भी पिता विमल ने तीसरी शादी अपने से लगभग 30 वर्ष कम उम्र की खुशबू से कर ली थी। इससे परिवार के लोग तनाव में थे। बुधवार रात 11:30 बजे के करीब वह छोटे भाई अक्षत के साथ पिता के घर के पीछे पहुंचा। यहां पर दोनों दीवार के सहारे छत पर चढ़े। ललित ने अक्षत को छत पर ही रुक कर इधर – उधर देखता नजर रखने के लिए बोला। इसके बाद वह कमरे में नीचे दाखिल हुआ। कमरे में पहुंचने पर पिता विमल द्विवेदी, तीसरी पत्नी खुशबू व बाबा रामप्रकाश सो रहे थे। तीनों पर चाकू व पत्थर से हमला कर फरार हो गया। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि दोनों को जेल भेजा गया है।
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ऐसा दिया वारदात को अंजाम
पुलिस गिरफ्त में आए ललित ने बताया कि रात 12 बजे के करीब वह पिता के कमरे में दाखिल हो गया था। कमरे में जाकर देखा तो पिता विमल द्विवेदी, सौतेली मां खुशबू व बाबा रामप्रकाश अलग – अलग चारपाई पर सो रहे थे। उसने सबसे पहले पिता विमल के सिर पर पत्थर से जोरदार वार किया। जिससे उनके मुंह से जोर की आवाज आई। पिता की चीख सुन तीसरी पत्नी खुशबू जग जई। इस पर उसने हाथ से उसका मुंह दबाया और चाकू से गला काट दिया। इसके बाद पिता का उसी चाकू से गला काटा। बाद में अपने बाबा रामप्रकाश द्विवेदी के पास आया और उनके सिर पर पत्थर से जोरदार प्रहार किया।
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मैं सिविल इंजीनियर, भाई को भी बुलाया
पुलिस पूछताछ में ललित ने बताया कि वह पिता की हरकतों से परेशान होकर परिवार के साथ नगरपालिका रोड पुखरायां में किराये के मकान में रहता है। बताया कि वह सिविल इंजीनियर है। 11 अक्तूबर को जलगांव महाराष्ट से छुट्टी लेकर घर वापस आया था। अक्षत हरियाणा में रहकर पढ़ाई करता है। उसके घर के लोगों को परेशान देख कर भाई को भी बुलाया था। इसके बाद घटना को अंजाम दिए जाने की योजना बनाई।
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समाज के लोग देते थे ताने मास्टर साहब क्या कर रहे
पुलिस के सामने जुर्म कबूल करते हुए ललित व अक्षत ने बताया कि जो कुछ भी हुआ वह समाज के ताने व घर वालों की परेशानी देख कर किया गया। पुलिस को बताया कि पिता विमल अंगदपुर में पढ़ाते थे। यहीं से वह सेवानिवृत्त हुए। पिता की हरकतों में सुधार नहीं हुआ। तीसरी शादी के बाद मां, बेटों को कुछ नहीं देते थे। तीसरी पत्नी पर रकम खर्च कर रहे थे। इसे देख कर समाज में लोग ताने मारते थे कि मास्टर साहब को इतनी उम्र में क्या सूझा है। इन बातों से वह व उसका पूरा परिवार कुंठित था।
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कार से ही गांव पहुंचे थे दोनों भाई
एसपी ने बताया कि आरोपियों ने बताया कि वह कार से ही गांव पहुंचे। कुछ दूर पहले कार खड़ी कर दी थी। हत्या करने के बाद दोनों छत पर पहुंचे। यहां से कुछ देर खड़े होकर अगल बगल का माहौल देखा और नीचे उतरने के बाद कार से ही भाग निकले।
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विमल की हालत नाजुक, नहीं हो सकी पूछताछ
रिटायर्ड शिक्षक विमल का कानपुर के हैलत अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। गर्दन में चाकू से वार होने व नसे कटी होने के कारण उन्हें आईसीयू में रखा गया है। वह अभी तक होश में नहीं है। होश में न आने के कारण पुलिस अभी घटना को लेकर किसी भी तरह की उनसे पूछताछ नहीं कर सकी है। पुलिस अधिकारियों को होश में आने का इंतजार है।