पडरौना। कलक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जिला स्तरीय खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक हुई। डीएम ने नकली, अधोमानक और मिथ्या छाप औषधियों एवं प्रसाधन सामग्री, मिलावटी खाद्य पदार्थों के निर्माण व विक्रय पर रोक लगाने की जांच व कार्रवाई लगातार करने का निर्देश दिया।
डीएम उमेश मिश्र ने कहा कि सुरक्षित खाद्य एवं पेय पदार्थो का विक्रय सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करें। दुकानों पर बिक रहे मिठाई, पनीर, मसालों, खाद्य तेल, दालों के निमार्ण व विक्रय पर विशेष निगरानी रखें। दूध व अन्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच के लिए लोगों को घरेलू स्तर पर जागरूक करें। विद्यालय में एमडीएम के खाद्य पदार्थो की जांच कर नमूना संग्रह करें। इस कार्रवाई की जानकारी बीएसए को दें। डीएम ने औषधि विक्रेता एसोशिएसन को मेडिकल स्टोर पर फूड सप्लीमेंट, बेबी फूड, मिल्क पाउडर व अन्य खाद्य पदार्थाें को बेचने के लिए पंजीकरण कराने का निर्देश दिया। डीएम ने बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के तहत फूड हैण्डलिंग करने वाले स्टोरों की खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से जांच करा कर पंजीकरण कराने का निर्देश दिया। वहीं, कस्तूरबा गाॅधी आवासीय विद्यालयों में छात्राओं को दिए जा रहे खाद्य पदार्थों की नियमित जांच और फल एवं सब्जियों पर कीटनाशक का प्रयोग नहीं करने के लिए किसानों को जागरूक करने का निर्देश दिया है फलों पर स्टीकर न लगाने का निर्देश दिया। इस दौरान एएसपी रितेश कुमार सिंह, सहायक आयुक्त (खाद्य)-द्वितीय प्रदीप कुमार राय, बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्या, डीपीओ शैलेंद्र राय, जिला कृषि अधिकारी डॉ. मेनका, लाल बाबू गुप्ता, अशोक मणि त्रिपाठी, अजय कुमार गुप्ता मौजूद रहे।