बच्चे के दांतों का परीक्षण करते डेंटल सर्जन स्रोत: संवाद
लखीमपुर खीरी। जंक फूड का अत्यधिक सेवन बच्चों के दांतों को क्षतिग्रस्त कर रहा है। इससे बीमारी लगने से दांत खराब तक हो रहे हैं। वहीं, इसका असर बड़े लोगों में भी दिख रहा है। जिला अस्पताल की दंत रोग ओपीडी में रोजाना 25 से 30 लोग पहुंच रहे हैं, जिसमें बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा रहती है। जंक फूड पेट संबंधी रोगों के अलावा मोटापे का भी कारण बन रहा है।
जंक फूड का चलन अत्यधिक बढ़ रहा है। बच्चे ही नहीं बड़े तक इसका खूब सेवन कर रहे हैं। फास्ट फूड का ज्यादा सेवन दांतों को ही नहीं, बल्कि आंत को नुकसान पहुंचा रहा है। डॉक्टर बताते हैं कि जंक फूड में कार्बोहाइड्रेड की मात्रा अधिक होती है और यह चिपकता भी ज्यादा है। दांतों में चिपककर यह लेक्टिक एसिड बनाता है, जिससे ब्लैक स्पॉट बनने के साथ दांत गलना शुरू हो जाते हैं।
बच्चों के दांतों को बीमारी जल्द लगती है, क्योंकि वह दांतों की अच्छी तरह से सफाई नहीं कर पाते। डेंटल सर्जन बताते हैं कि जंकफूड खाने के बाद अच्छी तरह मुंह को साफ कर दांतों को सुरक्षित रखा जा सकता है। जंक फूड के सेवन से बच्चों के दांत कमजोर हो रहे हैं। ओपीडी में रोजाना 25 से 30 लोग आ रहे हैं, जिनके दांत खराब मिलते हैं। इसके अलावा टॉकी, कुरकुरे, चॉकलेट आदि के अधिक सेवन से भी दांतों को नुकसान पहुंच रहा है।
जंक फूड के कारण समय से पहले गिर रहे दूध के दांत
डेंटल सर्जन डॉ. मंजेष कुमार ने बताया कि दांतों को सड़ने से बचाने के लिए इनकी साफ सफाई और खानपान पर ध्यान देना अत्यंत जरूरी है। सोने से पहले ब्रश करें। दांतों को बीमारियों से बचाने के लिए विटामिन, कैल्शियम, फल, हरी एवं पत्तेदार सब्जियां, दूध का सेवन जरूर करें। मीठा व जंक फूड से दूर रहें। दांतों पर किसी तरह धब्बे आदि दिखने पर अस्पताल आकर दिखाएं, क्योंकि दांतों के सड़ने के अलावा समय से पहले गिरने के कारण आने वाले पक्के दांत टेढ़े-मेढ़े निकलते हैं। हालांकि 12 साल तक के बच्चों में दूध के दांत अलग-अलग समय पर टूट कर गिरते हैं, लेकिन जंक फूड का सेवन करने से दांत सड़ कर समय से पहले ही गिर जा रहे हैं।
जंक फूड बढ़ा रहा पेट के रोग
फिजिशियन डॉ. विजय प्रकाश वर्मा बताते हैं कि जंक फूड में मैदे का उपयोग होता है। जो दांत से लेकर आंतों में चिपक जाता है, जिससे पेट संबंधी रोग बढ़ रहे हैं। अधिक तेल का उपयोग होने से पाचन क्रिया कमजोर होने लगती है। इससे कब्ज की समस्या होने लगती है। जो पेट संबंधी कई रोगों की मुख्य वजह है। इसके अलावा तेल की अधिकता वजन और मोटापा भी बढ़ाती है।