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कन्नौज में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर सोमवार देर रात ओवरटेक करते वक्त ट्रक ने एक कार में टक्कर मार दी। कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। कार में सवार विशेषखंड, गोमतीनगर निवासी एक छात्रा की मौत हो गई जबकि कार सवार अन्य पांच लोग घायल हो गए। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। जिस छात्रा की मौत हुई उसका बुधवार को जन्मदिन था। ट्रक का अभी तक पता नहीं चल सका है।
विशेषखंड निवासी राजेश कुमार मिश्रा बाराबंकी में वन रक्षक पद पर कार्यरत हैं। राजेश के मुताबिक उनकी बेटी निकिता मिश्रा (13) अपनी मां शांति उर्फ पुष्पा के साथ कार से शनिवार को वृंदावन दर्शन करने गई थीं। उनके साथ पड़ोस में रहने वाली संगीता, उनकी ननद, शानू और अभिषेक भी गए थे। कार अभिषेक चला रहे थे।
सोमवार को वह वापस लखनऊ लौट रहे थे। जब वह एक्सप्रेस-वे पर कन्नौज के तालग्राम रनवा गांव के पास पहुंचे थे तो उसी दौरान एक ट्रक कार को ओवरटेक करने लगा। अचानक से ट्रक अनियंत्रित हो गया और कार में दाहिने तरफ से टक्कर मार दी। जिससे कार बेकाबू होकर डिवाइडर से टकराई और पलट गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। सभी को बाहर निकालकर तिर्वा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया।
निकिता की हालत गंभीर होने की वजह से उसको केजीएमयू रेफर कर दिया गया। जब उसको लखनऊ लाया जा रहा था तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। मंगलवार को पुलिस ने उसके शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
जन्मदिन के एक दिन पहले उठी अर्थी…परिवार में मातम
राजेश के परिवार में उनकी पत्नी शांति, बेटा अभय व निकिता था। निकिता की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। राजेश ने बताया कि 18 अक्तूबर को निकिता का जन्मदिन था। इसलिए वह बेहद खुश थी। जन्मदिन से पहले दर्शन कर वह लौट रही थी। जश्न मनाने की भी तैयारी थी। लेकिन, क्या पता था कि जन्मदिन के ठीक एक दिन पहले बेटी की अर्थी उठेगी।
बारिश के दौरान हुआ हादसा
जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान तेज बारिश हो रही थी। सूचना मिलने पर यूपीडा के अधिकारी भी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे थे। सबसे ज्यादा चोटिल निकिता हुई थी। अस्पताल पहुंचाने में उसको काफी वक्त लग गया था। तब तक काफी खून बह चुका था। जब उसको वहां स्थानीय निजी अस्पताल में ले जाया गया था वह तभी बेजान सी थी। रेफर किया लेकिन वह जिंदा लखनऊ तक नहीं पहुंच सकी।
होनहार थी निकिता
निकिता कक्षा आठ की छात्रा थी। वह पढ़ने में अव्वल थी। परिजनों ने बताया कि बेटी बहुत होनहार थी। वह हमेशा अपने जन्मदिन को लेकर बहुत उत्साहित रहती थी। हादसे के बाद पिता बेहाल दिखे। ये तक सही नहीं बता पा रहे थे कि हादसा कहां हुआ।