जागरण संवाददाता, मैनपुरी। फर्जी कंपनी चलाकर वाहन स्वामियों को रोड साइड सर्विस देने के बहाने ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से बड़ी संख्या में मोबाइल, सिमकार्ड और अन्य सामग्री बरामद हुई है। पकड़े गए जालसाजों ने पुलिस को अहम जानकारियां दी हैं।
फर्जी काल सेंटर व कंपनी चला रहे थे आरोपित
गुरुवार शाम पुलिस को सूचना मिली की 20 दिन से शहर के मुहल्ला महालक्ष्मीपुरम स्थित एक घर में एनी कार ब्रेकडाउन सर्विस के नाम से फर्जी काल सेंटर व कंपनी का संचालन किया जा रहा है। कंपनी चलाने वाले जालसाज वाहन स्वामियों से सर्विस कार्ड बनाने के नाम पर ठगी कर रहे हैं।
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फोन करके दे रहे थे सर्विस कार्ड बनाने का लालच
जालसाजों द्वारा आनलाइन कार स्वामियों के नंबर प्राप्त करने के बाद उनसे फोन कर सर्विस कार्ड बनाने का लालच दिया जा रहा है। वाहन स्वामियों को बताया जाता है कि हाइवे पर यात्रा के दौरान कहीं भी कार में किसी भी तकनीकी खराबी आने पर उनकी कंपनी मौके पर पहुंच कर सर्विस देगी। इसके बदले में 3400 रुपये की आनलाइन वसूली की जा रही है। जो लोग आनलाइन भुगतान नहीं करते हैं उन्हें पे-आन डिलीवरी का विकल्प दिया जा रहा है।
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दो युवकों को किया गिरफ्तार
इस सूचना पर कोतवाली के एसएसआइ आदित्य कुमार खोखर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और फर्जी कंपनी के कार्यालय में मौजूद दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने बताया कि यह मकान अतुल कुमार का है। जिसे उन्होंने 4500 रुपये महीने किराये पर लिया है। उन्होंने अपने नाम गोविंद निवासी गोधना घिरोर व कन्हैया भारती निवासी रामपुर मदनापार बिलरियागंज आजमगढ़ बताया।
ज्यादा पैसा कमाने को बना ली कंपनी
ज्यादा पैसा कमाने के लिए अपनी फर्जी कंपनी बनाई। जिसका कहीं पंजीकरण नहीं कराया है। उनके पास कार सर्विस देने के लिए काेई साधन नहीं है। लोगों को गुमराह कर ठगी कर रहे थे। अब तक 45 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्रभारी कोतवाल अरविंद कुमार ने बताया कि दोनों को जेल भेज दिया गया है।