मऊ। प्रशासन की तरफ से तमाम छापेमारी के बाद भी रोशनी और खुशियों के पर्व दिवाली पर बाजार की रौनक के बीच मिलावट का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। मिलावटी खाद्य सामग्रियों के सेवन से लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है।
विभाग की जांच में बाजारों में मिलावटी खाद्य पदार्थों की भरमार है। खाद्य विभाग से लिए गए सैंपल की जांच के बाद रिपोर्ट के अनुसार दाल, हल्दी, नमकीन, बेसन के लड्डू, मिर्ची पाउडर, जंक फूड आदि खाद्य पदार्थ में ज्यादा मिलावट मिल रहे हैं। दो वर्ष में खाद्य विभाग की तरफ से लिए गए 609 नमूनों के मुकाबले 385 नमूने फेल पाए गए हैं। कारोबारियों से 78.99 लाख जुर्माना वसूल किया गया। जिला अभिहित अधिकारी एसके मिश्रा के अनुसार, वर्ष 2022-23 में 335 नमूने लिए गए थे। इसमें 104 नमूने पेंडिंग थे।
जांच रिपोर्ट में 175 अधोमानक, 35 असुरक्षित, 67 मिथ्या छाप और 277 नमूने फेल हुए। 59 लाख 99 हजार जुर्माना वसूल किया गया। इसी तरह, वर्ष 2023-24 में मार्च से अब तक 170 नमूने लिए गए। इसमें 165 की रिपोर्ट आई है। 108 नमूने फेल हुए हैं। 71 अधोमानक, 29 असुरक्षित, 18 मिथ्या छाप पाए गए हैं। जबकि 19 लाख का जुर्माना वसूल किया गया है। इस बाबत जिला अभिहित अधिकारी एसके मिश्र का कहना है कि छापेमारी अभियान जारी है। मिलावट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
कैसे करें मिलावटी खाद्य सामग्रियों की पहचान
मऊ। खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अगर हल्दी का कलर गुलाबी या बैंगनी हो जाए तो इसका मतलब कि इसमें मिलावट की गई है। धनिया पाउडर में मिलावट का पता आप उसकी खुशबू से लगा सकते हैं। वहीं, दाल, चीनी में मिलावट को परखने के लिए आप इसे हाथ पर रगड़कर देखें।
अगर कुछ कलर नजर आए तो यह असली है नहीं तो समझ लीजिए कि ये नकली है। अगर आप लाल मिर्च में मिलावट की पहचान करनी है तो इसके लिए मिर्च पाउडर को पानी में डालकर देखना होगा। अगर लाल मिर्च पाउडर पानी में तैरता रहे तो ये शुद्ध है और अगर डूब जाए तो इसका मतलब कि इसमें मिलावट की गई है।
वहीं, हल्दी पाउडर में मिलावट चेक करने के लिए इसमें कुछ बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड और कुछ बूंदें पानी की डालकर चेक कर सकते हैं। अगर हल्दी का कलर गुलाबी या बैंगनी हो जाए तो इसका मतलब है कि इसमें मिलावट की गई है।