MG का प्लान, हर वर्ष एक नई कार लॉन्च करने की तैयारी: गौरव गुप्ता – MG plans to launch a new car every year


नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बहुत ही कम समय में भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में अलग पहचान बनाने वाली कार कंपनी एमजी मोटर इंडिया एमजी2.0 और एमजी3.0 योजना पर काम कर रही है। कंपनी के डिप्टी प्रबंध निदेशक गौरव गुप्ता ने दैनिक जागरण से भावी योजनाओं और भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार के बारे में विस्तार से बात की।

प्रश्न: इस बार त्योहारी सीजन में कैसा रहेगा देश का ऑटोमोबाइल बाजार?

उत्तर: त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है और जो संकेत है वह काफी सकारात्मक दिख रहे हैं। इस बात की संभावना है कि जनवरी-दिसंबर, 2023 के साल में कुल 41 लाख कारों की बिक्री पहली बार भारतीय बाजार में होने जा रही है। पूरे उद्योग के हिसाब से देखें तो सालाना वृद्धि दर 9 फीसद रहने की संभावना है लेकिन एमजी मोटर इंडिया की बिक्री में सालाना वृद्धि दर 20 फीसद के करीब रहेगी। इस बार त्योहारी सीजन में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बिक्री को लेकर भी काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। वैसे बाजार में सिर्फ तीन-चार ही प्रमुख इवी कार कंपनियां हैं। एमजी मोटर इंडिया के पोर्टफोलियो में ईवी की हिस्सेदारी 30 फीसद के करीब है। तो हम ईवी की प्रसिद्धि से ज्यादा खुश हैं।

प्रश्न: क्या भारतीय ग्राहक इवी के लिए तैयार है, एमजी मोटर की भावी रणनीति क्या है?

उत्तर: सही कहें तो भारत का ईवी बाजार ऑटोमोबाइल कंपनियों की उम्मीद से ज्यादा तेजी से आगे बढ़ रहा है। आंकड़ों पर जाएं तो वर्ष 2021 में कुल 14 हजार ईवी की बिक्री भारत में हुई थी, इसके अगले वर्ष 48 हजार और वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 1.25 लाख को छू सकता है। निकट भविष्य में हर साल बिक्री का आंकड़ा दोगुनी या इससे ज्यादा तेजी से बढ़ने वाला है।एमजी मोटर ने पहले जेडएस ईवी और अब कॉमेट लॉन्च की है जो बिजली से चलने वाले हैं और हम देख रहे हैं कि अब इन कारों से लोग दिल्ली से जालंधर, जयपुर और दूसरे आउटस्टेशन जाने लगे हैं। राजमार्गों के पास 9,000 चार्जिंग स्टेशन खुल चुके हैं और लगातार इनकी संख्या बढ़ रही है। एमजी की दो इलेक्ट्रिक कारें काफी अच्छा कर रही हैं और हम हर वर्ष एक नई कार लांच करने की तैयारी में हैं। यह कार इवी भी हो सकती है और सामान्य आइस (इंटरनल कंबशन इंजन) वाली कारें भी हो सकती हैं।

प्रश्न: कंपनी लंबी अवधि में क्या रणनीति अपना रही है?

उत्तर: एमजी मोटर को भारत में काम शुरू किये हुए पांच साल ही हुए हैं। बिक्री के लिहाज से हम वैसे तो सातवें स्थान पर हैं लेकिन हमारे ऊपर की चार कंपनियां असल में एक साथ काम कर रही हैं। मसलन, मारुति सुजुकी और टोयोटा एक साथ काम कर रही हैं। हुंडई और किया मोटर्स भी एक ही समूह की कंपनी है। इसके बाद दो भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियां टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा हैं। यानी कुल चार कंपनियां हुई और इनके बाद एमजी मोटर है। दो वर्ष कोविड को देखते हुए यह बड़ी उपलब्धि है। हम भारत के लिए एमजी 2.0 और एमजी 3.0 पर काम कर रहे हैं। यह पांच वर्ष की योजना है जिसमें पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। इस दौरान चार-पांच नई कारें (अधिकांश ईवी ) लॉन्च होंगी। हमारा मानना है कि पांच साल में हमारी कुल बिक्री में इवी की हिस्सेदारी 75 फीसद तक हो सकती है।


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