नई दिल्ली: Nestle Share Price Down: नेस्ले इंडिया लिमिटेड का स्टॉक गुरुवार कारोबारी सत्र में दो फ़ीसदी की गिरावट के साथ सुबह के 11 बज कर 22 मिनट पर 2457 रुपए के लेवल पर कारोबार कर रहा था.
दरअसल एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नेस्ले ने इंटरनेशनल नियमों का उल्लंघन करते हुए कई सारे गरीब देश में बच्चों के लिए पीने वाले दूध और फूड प्रोडक्ट में विकसित देशों के मुकाबले चीनी और शहद का मिलावट अधिक किया है.
दरअसल स्विट्जरलैंड की एक जांच ऑर्गेनाइजेशन जिसका नाम पब्लिक आई है उसने दुनिया भर के कई सारे महाद्वीपों जैसे कि एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में सेल किए जाने वाले कई सारे कंपनी के बेबी फूड प्रोडक्ट का सैंपल अपने पास इकट्ठा किया और उसकी जांच बेल्जियम की एक प्रयोगशाला में करवाया था.
पब्लिक आई संगठन के रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 15 सेरेलैक प्रोडक्ट में औसतन प्रति सर्विंग 3 ग्राम का शुगर की मात्रा पाई गई है. बिल्कुल यही प्रोडक्ट जो कि यूके और जर्मनी में बिकती है वहां पर शुगर की मात्रा फ्री होती है. अर्थात उन देश के बच्चे शुगर फ्री प्रोडक्ट का उपभोग करते हैं. वहीं दूसरी तरफ यूथोपिया और थाईलैंड में इन प्रोडक्ट में प्रति सर्विंग 6 ग्राम शुगर पाया गया है.
बिजनेस टुडे टीवी के अनुसार गवर्नमेंट से जुड़े टॉप ऑफिशियल ने नेस्ले के संबंध में आए इस रिपोर्ट पर संज्ञान लेने की बात कही है. साथ ही इस मामले के जांच की बात भी कही है.
आपको बता दे कि नेस्ले इंडिया ने इस बात की जानकारी दी थी कि पिछले 5 सालों में बच्चों के लिए बनाए जाने वाले फूड में से कंपनी ने शुगर को करीब 30 फ़ीसदी तक कम किया है.
कंपनी के स्टेटमेंट की बात करें तो उन्होंने कहा है कि वह अपने कंपनी के पोर्टफोलियो को रेगुलर बेसिस पर रिव्यू करते रहते हैं कंपनी अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी, स्वाद और सेफ्टी से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करती है. कंपनी किसी प्रोडक्ट में एक्स्ट्रा शुगर के लेवल को कम करने के लिए नया प्रोडक्ट लाने और रेगुलर बेसिस पर इसमें सुधार करने की कोशिश करती रहती है.
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)