Noida News: बजट कम होने से बढ़ा देश के बॉक्सरों का भोजन संकट


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सब जूनियर नेशनल बॉक्सिंग…

बजट कम होने से बढ़ा देश के बॉक्सरों का भोजन संकट

– डेढ़ घंटे तक लौटते रहे खाने के लिए फूड कोर्ट में पहुंचे खिलाड़ी

– कैटर्स को भुगतान न मिलने के कारण खिलाड़ियों को हुई परेशानी

जेपी शर्मा

ग्रेटर नोएडा। शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स स्टेडियम में मंगलवार को शुरू हुए सब जूनियर राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप के पहले ही दिन बॉक्सरों के सामने भोजन का संकट दिखाई दिया। भुगतान न मिलने के कारण कैटर्स ने लगभग डेढ़ घंटे तक भोजन वितरण रोके रखा। इसके कारण खाने के लिए फूड कोर्ट में पहुंचे देश के कोने कोने से आए खिलाड़ी इंतजार के बाद लौटते रहे। भुगतान न मिलने पर बॉक्सर्स के लिए भोजन का संकट और बढ़ सकता है।

आर्थिक नगरी कहे जाने वाले गौतमबुद्ध नगर में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शिरकत करने पहुंचे देश के विभिन्न राज्यों के खिलाड़ियों को भोजन में देरी की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा। राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए आयोजक कई दिन से बजट जुटाने में जुटे हैं। बजट पूरा करने के लिए आयोजकों ने स्पॉन्सर की तलाश की। नेता, अफसर, बैंक आदि से संपर्क किया। इसके बावजूद आयोजक प्रतियोगिता शुरू होने तक भी बजट का बंदोबस्त नहीं कर पाए। इसका खामियाजा न केवल सुविधाएं कम कर उठाया जा रहा है बल्कि प्रतियोगिता का दूरदर्शन पर लाइव टेलीकास्ट भी रद्द कर दिया गया। मंगलवार को भी आयोजक बजट जुटाने और कैटर्स आदि का भुगतान करने के लिए रुपयों का बंदोबस्त करने के प्रयास में जुटे रहे।

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दस दिन से चेता रहा अमर उजाला

ग्रेटर नोएडा। अमर उजाला ने दस मार्च को राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में बजट के संकट को लेकर बॉक्सिंग की राष्ट्रीय चैंपियनशिनशिप में नौ दिन शेष नहीं मिल रहे स्पॉन्सर, हेडलाइन से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद 17 मार्च को मुक्केबाजी की राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजकों पर कर्ज का संकट और 19 मार्च को बजट के अभाव में चैंपियनशिप से दूर हुआ दूरदर्शन हेडलाइन से समाचार प्रकाशित किया गया। इसमें बॉक्सरों को उधार भोजन की भी समस्या को उठाया गया था। इसके बावजूद किसी का भी ध्यान इस ओर नहीं गया। जबकि जिले में तीन प्राधिकरण, सैकड़ों उद्योग, बड़ी संख्या में बिल्डर के अलावा खेल विभाग व प्रशासन भी सक्रिय है।

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स्पॉन्सर व बजट जुटाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। प्रतियोगिता में अनुमानित 1.75 करोड़ रुपया खर्च होना था। लेकिन अब खर्च में कटौती की जा रही है। जिले के अधिकारी, नेता, बैंक आदि से संपर्क जारी है। लेकिन अब तक बजट का बंदोबस्त नहीं हो पाया है। लेकिन कैटर्स आदि को भरोसा दिया गया है, उन्हें जल्द भुगतान मिल जाएगा।

– प्रमोद कुमार, सचिव बॉक्सिंग फेडरेशन उत्तर प्रदेश


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