Non Muslim Cricketers of Pakistan: हिन्दू, सिख, ईसाई, पाकिस्तान के वो ‘अनजाने’ गैर मुस्ल‍िम क्रिकेटर्स, जिन्होंने अपने खेल से मचाई सनसनी


Hindu, Sikh, Christian Cricketers in Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और दिग्गज स्प‍िनर दानिश कनेरिया अपने बयान को लेकर फिर सुर्खियों में हैं. दान‍िश ने एक बार फिर पाकिस्तानी टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कनेरिया ने अहमद शहजाद का पुराना वीडियो शेयर करके बताया कि उनके साथ ड्रेसिंग रूम से लेकर मैदान तक हिन्दू होने या धर्म को लेकर खराब बर्ताव होता था और उन्हें लगातार धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जाता था.  

दरअसल, जो वीडियो दान‍िश कनेर‍िया ने शेयर किया है, उसमें 2014 में श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच एक मैच में पाकिस्तानी खिलाड़ी अहमद शहजाद श्रीलंका के क्रिकेटर तिलकरत्ने दिलशान को इस्लाम अपनाने के लिए कहते हुए देखे गए. वह दिलशान से कह रहे हैं कि अगर वो इस्लाम अपना लेंगे तो वो “सीधे स्वर्ग” जा सकेंगे. यही वीडियो शेयर कर कनेरिया ने एक बार फिर क्रिकेट जगत में तूफान खड़ा कर दिया है. 

दानिश कनेरिया टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पाकिस्तानी स्पिनर हैं. इस लेग-स्पिनर ने पाकिस्तान के लिए कुल 61 टेस्ट मैचों में 261 विकेट लिए. कनेरिया ने 8 एकदिवसीय मैचों में भी पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उनके नाम पर 15 विकेट दर्ज हैं. दानिश पाकिस्तान के लिए खेलने वाले दूसरे एवं आखिरी हिन्दू क्रिकेटर हैं.

Advertisement

पाकिस्तान की नेशनल क्रिकेट टीम के लिए खेलने वाले केवल दान‍िश कनेर‍िया दूसरे हिन्दू क्रिकेटर हैं, लेकिन पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में कई ऐसे हिन्दू, सिख और ईसाई ख‍िलाड़ी रहे हैं. जो पाकिस्तान में इंटरेशनल क्रिकेट से लेकर घरेलू क्रिकेट में अपना नाम कमा चुके हैं. ऐसे ही कुछ ख‍िलाड़‍ियों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. 

अन‍िल दलपत: दान‍िश कनेरिया के चाचा, पहले हिन्दू ख‍िलाड़ी 

20 स‍ितंबर 1963 को पाक‍िस्तान के सिंध प्रांत के कराची में जन्मे अन‍िल दलपत कमाल के विकेटकीपर रहे. वह पाकिस्तान के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले पहले हिन्दू क्रिकेटर रहे. दलपत उन विकेटकीपरों में से एक थे जिन्हें वसीम बारी के रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तानी टीम में मौका मिला. 1983-84 में कराची में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पदार्पण मैच में दलपत ने अब्दुल कादिर की फिरकी गेंदों का बखूबी सामना किया था. 

अनिल दलपत ने उस डेब्यू टेस्ट मैच में बल्ले से भी अहम योगदान दिया था. मुकाबले में 66 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए पाकिस्तान के 40 रन पर छह विकेट गिर गए थे. ऐसे में दलपत ने नाबाद 16 रन बनाकर टीम को जीत तक पहुंचाया था.

अनिल दलपत ने पाकिस्तान के लिए कुल मिलाकर 9 टेस्ट और 15 वनडे मुकाबले खेले. दलपत ने टेस्ट क्रिकेट में 15.18 की औसत से 167 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल रहा. वहीं, वनडे इंटरनेशनल में वह सिर्फ 87 रन बना सके. टेस्ट मैचों में दलपत ने विकेट के पीछे 25 शिकार (22 कैच+3 स्टम्पिंग) किए. जबकि वनडे इंटरनेशनल में उनके नाम पर 15 शिकार (13 कैच+ 2 स्टम्पिंग) दर्ज हैं.

अन‍िल दलपत दान‍िश कनेरिया के चाचा हैं. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में पैदा हुए अनिल दलपत के पूर्वज दशकों पहले सूरत से आकर कराची में बस गए थे. 

अनिल दलपत ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला 17 अक्टूबर 1986 को पेशावर में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था. दलपत ने 137 फर्स्ट क्लास मैचों में 2556 रन बनाए, जिसमें 9 अर्धशतक शामिल रहे. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने विकेट के पीछे 430 शिकार किए. क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद दलपत कनाडा चले गए, जहां उन्होंने कोचिंग देना शुरू किया. बाद में उन्होंने वहां पर अपना बिजनेस भी शुरू किया.

Advertisement

दलपत ने साल 2002 में एक बयान दिया था, ‘इमरान खान के कारण मैं उतना नहीं खेल पाया, जितना का हकदार था. इमरान और मोहम्मद भाइयों के बीच झगड़े के कारण मुझे बलि का बकरा बनाया गया. अगर मुझे सही से मौका दिया जाता तो मैं और खेलता.’

अनिल दलपत के अलावा सिर्फ 6 ऐसे गैर-मुस्लिम क्रिकेटर हुए, जिन्होंने पाकिस्तान के लिए इंटरनेशनल लेवल पर प्रतिनिधित्व किया. इनमें दानिश कनेरिया का भी नाम शामिल है, जो रिश्ते में अनिल दलपत के चचेरे भाई लगते हैं. अनिल के अन्य दो चचेरे भाई भरत कुमार और महेंद्र कुमार भी पाकिस्तान में प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल चुके हैं.

Danish
दान‍िश कनेर‍िया (Getty)

इन गैर-मुस्लिम क्रिकेटर्स ने भी पाकिस्तान के लिए खेला इंटरनेशनल क्रिकेट

1. वालिस मैथियास: मैथियास ऐसे पहले गैर-मुस्लिम क्रिकेटर थे, जिन्होंने पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया. मैथियास ने 21 टेस्ट खेलकर 783 रन बनाए. बल्ले से तो मैथियास कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन फील्डिंग में उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन करते हुए 22 कैच लपके 

2. डंकन अल्बर्ट शार्प: एंग्लो-इंडियन डंकन शार्प ने पाकिस्तान के लिए तीन टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 22.33 की औसत से 134 रन बनाए. हालांकि डंकन का फर्स्ट क्लास थोड़ा बढ़िया रहा. डंकन ने 37 प्रथम श्रेणी मैचों में 27.33 की औसत से 1531 रन बनाए, जिसमें दो शतक शामिल रहे.

Advertisement

3. एंटाओ डिसूजा: गोवा में पैदा हुए डिसूजा ने पाकिस्तान के लिए छह टेस्ट मैचों में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने 38 की औसत से 76 रन बनाए और 17 विकेट भी हासिल किए. 

4. सोहेल फजल: ईसाई धर्म को मानने वाले इस क्रिकेटर ने पाकिस्तान टीम के लिए दो वनडे मुकाबले खेले, जिसमें उनके नाम 56 रन दर्ज हैं. फजल ने दूसरा और आखिरी वनडे मुकाबला भारत के खिलाफ शारजाह में खेला. उस मैच में उन्होंने तीन गगनचुंबी छक्के लगाकर पाकिस्तान को बड़ा स्कोर खड़ा करने में मदद की थी. 
 

IPL
व‍िराट कोहली के साथ यूसुफ योहाना (गेटी)

5. यूसुफ योहाना (मोहम्मद यूसुफ): पाकिस्तान क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक कहे जाने वाले मोहम्मद यूसुफ पहले ‘यूसुफ योहाना’ के नाम से जाने जाते थे. यूसुफ ने 90 टेस्ट मैचों में 7530 और 288 वनडे इंटरनेशनल में 9720 रन बनाए. यूसुफ के बल्ले से इंटरनेशनल क्रिकेट में 39 शतक और 97 अर्धशतक निकले. 2005 में उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया था.

पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले हिन्दू क्रिकेटर 

1: अनूप संतोष: मोइन खान को मानते थे आदर्श 

Advertisement

अनूप संतोष अपना आदर्श मोइन खान को मानते थे. अनूप विकेटकीपर थे. न्यूजीलैंड में अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए टीम में बुलाए जाने से पहले संतोष ने सात प्रथम श्रेणी खेल खेले थे. वैसे उन्होंने 31 फर्स्ट क्लास मैचों में 19.37 के एवरेज से 833 रन बनाए थे. इसके अलावा उन्होंने 85 कैच और 6 स्टम्प किए. वहीं उन्होंने 15 ल‍िस्ट ए में 16.54 के एवरेज से 182 रन बनाए थे. इनमें उनके नाम 17 कैच और 3 स्टम्प हैं. 

2: लाल कुमार रहे हैं ऑलराउंडर 

25 अक्टूबर 1987 को सिंध के मिठी में जन्मे लाल कुमार पाकिस्तान ने पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में बहुत शानदार प्रदर्शन किया. लाल ने 71 फर्स्ट क्लास मैचों में 3393 रन और 131 विकेट लिए. वहीं, 38 लिस्ट ए में उनहेांने 578 रन और 42 विकेट हास‍िल किए थे. इसके इतर उन्होंने 27 टी20 में 212 रन और 16 विकेट लिए. 
 

lal
लाल कुमार 

3: मोहिंदर कुमार 2 दशक तक खेले क्रिकेट 

 11 जून 1959 को कराची (सिंध) में जन्में मोहिंदर कुमार दाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे. उन्होंने पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में करीब दो दशक तक खेला. मोहिंदर ने 65 फर्स्ट क्लास मैचों में 1172 रन और 187 विकेट लिए. वहीं, 53 लिस्ट ए मैचों में उन्होंने 64 विकेट और 359 रन बनाए थे. 

Advertisement

4: राजेश रमेश: कराची (सिंध) में जन्मे राजेश रमेश दाएं हाथ के तेज गेंदबाज रहे. उन्होंने कराची टीम की ओर से कई मैच खेले. 67 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 982 रन और 242 व‍िकेट झटके. जबकि 30 लिस्ट-ए में उनके नाम 25 विकेट और 130 रन थे. इसके अलावा उन्होंने 3 टी20 मैच भी खेले. 

मह‍िंदर पाल सिंह: पाकिस्तान के पहले सिख क्रिकेटर 

महिंदर पाल सिंह की पहचान पाकिस्तान के पहले सिख क्रिकेटर के तौर पर है. साल 2013 में जब महिंदर पाल 17 साल के थे तो वो गद्दाफी स्टेडियम के ठीक बाहर अब्दुल कादिर अकादमी से जुड़ गए थे. 2016 में, उन्हें मुल्तान में एनसीए में फास्ट बॉलर्स के कैम्प के लिए चुना गया था. 2021 में सिंह पेशावर जाल्मी (PSL) टीम में अस‍िस्टेंट मैनेजर बन गए. 


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *