नरेंद्र मोदी स्टेडियम विश्व कप के शुरुआती मैच और फाइनल मैच के साथ-साथ भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबले की मेजबानी करेगा जिसमें लगभग 132,000 लोगों की बैठने की क्षमता है.
चिन्नास्वामी स्टेडियम अपनी वास्तविक पिच और छोटे सीमा आकार के कारण उच्च स्कोरिंग मुकाबलों के लिए जाना जाता है. प्रशंसक यहां विराट कोहली के संभावित रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन का भी इंतजार कर रहे हैं.
यह स्टेडियम 1952 में भारत की पहली टेस्ट जीत और 1986 में पहली बार टाई हुए टेस्ट मैच जैसे प्रतिष्ठित क्षणों के लिए मशहूर है.
यह भारत के सबसे ऐतिहासिक स्टेडियमों में से एक है, जिसे पहले फ़िरोज़ शाह कोटला स्टेडियम के नाम से जाना जाता था. यह स्थल सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड-तोड़ 35वें टेस्ट शतक का गवाह बना.
अपने सुरम्य दृश्यों और छोटी सीमा (64 मीटर) के लिए प्रसिद्ध, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में उच्च स्कोरिंग थ्रिलर का निर्माण होने की संभावना है.
यह स्टेडियम ऐतिहासिक मैचों के लिए जाना जाता है, जिसमें 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वीवीएस लक्ष्मण की यादगार 281 रन की पारी भी शामिल है.
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में एक नया योगदान, भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी एकाना क्रिकेट स्टेडियम पहली बार एकदिवसीय विश्व कप मैचों की मेजबानी करेगा.
भारत के सबसे लोकप्रिय स्टेडियमों में से एक, वानखेड़े स्टेडियम को भारत की ‘क्रिकेट राजधानी’ के रूप में भी जाना जाता है. यह स्थान भारत की 2011 विश्व कप जीत का गवाह बना था.
एमसीए इंटरनेशनल स्टेडियम की छोटी सीमाओं की वजह से दर्शक इस स्टेडियम में रोमांचक मैच देखने की उम्मीद कर सकते हैं.
यह स्थान विश्व कप 2023 के दौरान तीन मैचों की मेजबानी करेगा. यहां लगभग 40,000 दर्शकों की बैठने की क्षमता है.
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