Omega 3 Deficiency Diseases | ओमेगा-3 की कमी से हो सकती हैं ये 5 गंभीर बीमारियां, जानिए इसके प्रमुख लक्षण और फूड सोर्स


ओमेगा-3 की कमी से हो सकती हैं ये 5 गंभीर बीमारियां, जानिए इसके प्रमुख लक्षण और फूड सोर्स

Omega 3 Deficiency Diseases: शरीर में ओमेगा 3 की कमी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह कई गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकती है।



Written by Atul Modi |Published : February 8, 2024 3:38 PM IST

ओमेगा-3 फैटी एसिड को आमतौर पर एक स्वस्थ वसा के तौर पर जाना जाता है जो हमारे शरीर को हेल्दी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शरीर में ओमेगा-3 की मौजूदगी बहुत महत्वपूर्ण है, हालांकि आजकल अधिकांश लोगों में ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी पाई जाने लगी है, इसका मूल कारण है हमारे खाने में ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का ना होना। ओमेगा-3 की कमी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है इसलिए हमारे भोजन में ओमेगा-3 का होना अति महत्वपूर्ण है या पूरक आहार के तौर पर हम ओमेगा-3 प्राप्त कर सकते हैं। हम इस लेख में ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से होने वाली बीमारियों पर चर्चा करेंगे साथ ही जानेंगे की ओमेगा-3 की कमी के शुरुआती लक्षण क्या है

ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी से होने वाली बीमारियां -(Omega 3 Deficiency Diseases)

हृदय रोग: ओमेगा-3 फैटी एसिड, विशेष रूप से ईकोसापेंटेनोइक एसिड (ईपीए) और डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड (डीएचए) हृदय रोगों में काफी लाभदायक है। ओमेगा-3 की कमी से उच्च रक्तचाप, एथेरोस्क्लेरोसिस और अनियमित हृदय की धड़कन सहित हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।

कॉग्निटिव फंक्शन के लिए: ओमेगा-3 फैटी एसिड का पर्याप्त स्तर मस्तिष्क स्वास्थ्य और कॉग्निटिव फंक्शन के लिए महत्वपूर्ण है। इन फैटी एसिड की कमी से कॉग्निटिव फंक्शन से जुड़ी समस्या, याददाश्त की कमी और डिमेंशिया और अल्जाइमर रोग जैसे तंत्रिका संबंधी विकारों का खतरा बढ़ सकता है।

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मूड डिसऑर्डर: ओमेगा-3 फैटी एसिड न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन में शामिल होते हैं और मूड और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। ओमेगा-3 की कमी अवसाद, चिंता और अन्य मूड डिसऑर्डर के बढ़ते खतरों से जुड़ा हुआ है।

सूजन संबंधी स्थितियां: ओमेगा-3 फैटी एसिड में सूजन-रोधी गुण होते हैं और यह शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। ओमेगा-3 की कमी क्रोनिक इंफ्लेमेशन में योगदान कर सकती है, जो रूमेटाइड अर्थराइटिस, आईबीडी और अस्थमा जैसी विभिन्न स्थितियों से जुड़ी होती है।

ड्राई आई सिंड्रोम: ओमेगा-3 फैटी एसिड आंखों के स्वास्थ्य और चिकनाई को बनाए रखने में भूमिका निभाता है। ओमेगा-3 के अपर्याप्त सेवन से आंखों में सूखापन हो सकता है और ड्राई आई सिंड्रोम विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है।

ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी के लक्षण – (Omega 3 Deficiency Symptoms)

ओमेगा-3 की कमी से ड्राई स्किन, सूजन, बालों का पतला होना और झड़ना, अवसाद, ड्राई आई और जोड़ों में दर्द या जकड़न हो सकती है या बढ़ सकती है। इन लक्षणों को ओमेगा-3 की कमी से लिंक करने वाला शोध प्रारंभिक है, इसलिए अधिक शोध की आवश्यकता है।

ओमेगा 3 फैटी एसिड के सोर्स – (Omega 3 Food Source)

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आहार में ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल हों, जैसे कि वसायुक्त मछली (जैसे, सैल्मन, मैकेरल), अखरोट, चिया सीड और अलसी आदि ओमेगा -3 की कमी और संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद कर सकते हैं। कुछ मामलों में विशेषज्ञ की सलाह पर ओमेगा-3 सप्लीमेंट की सिफारिश की जा सकती है।





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